भारत के युवा भारोत्तोलक जेरेमी लालरिनुंगा अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकें लेकिन शुक्रवार को यहां राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के पुरूषों 67 किग्रा वजन वर्ग में 305 किग्रा के प्रयास से स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे जबकि अचिंता शेयूली 73 किग्रा वर्ग के चैम्पियन बने। वर्ष 2018 युवा ओलंपिक के स्वर्ण पदक भारोत्तोलक ने पुरूषों की 67 किग्रा स्पर्धा में 305 किग्रा (141 किग्रा + 164 किग्रा) के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से पहला स्थान हासिल किया। उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 306 किग्रा (140 किग्रा + 166 किग्रा) है जो उन्होंने 2019 में हासिल किया था।
इस बीच शेयुली ने 73 किग्रा वजन वर्ग में 316 किग्रा (143 किग्रा + 173 किग्रा) का वजन उठाकर पोडियम में शीर्ष स्थान हासिल किया। उन्होंने मई में हुई जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था। उन्नीस साल के इस भारोत्तोलक ने पोडियम स्थान हासिल करते हुए स्नैच स्पर्धा में राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया। लेकिन वह क्लीन एवं जर्क वर्ग में ऐसा करने में विफल रहे जिसमें उन्होंने 168 किग्रा का वजन उठाने का असफल प्रयत्न किया।
विश्व चैम्पियनिशप भी राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के साथ आयोजित की जा रही है और मिजोरम का युवा स्नैच में चौथे और ओवरऑल सातवें स्थान पर रहा।
लालरिनुंगा के घुटने में यहां अप्रैल में एशियाई चैम्पियनशिप के दौरान चोट लग गयी थी। वह मई में जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में चौथे स्थान पर रहे थे लेकिन तोक्यो ओलंपिक के लिये कट हासिल नहीं कर पाये थे।
राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैम्पियनशिप बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की क्वालीफाइंग स्पर्धा भी है। राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैम्पियनशिप के प्रत्येक वजन वर्ग के स्वर्ण पदक विजेता सीधे 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के लिये क्वालीफाई करेंगे जबकि बाकी अन्य राष्ट्रमंडल रैंकिंग द्वारा क्वालीफाई करेंगे।