नई दिल्ली: गोल्डन बेबी लीग फुटबॉल टूर्नामेंट के पहले सत्र में 350 से अधिक बच्चों ने भाग लिया और इस दौरान कई अड़चनों को भी पार किया जिसमें पहाड़ी राज्य मेघालय में मैच के दिन 70 किमी की यात्रा करना भी शामिल है।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की वेबसाइट ने लीग के संचालक गिल्बर्ट जैकसन के हवाले से कहा, 'पहली गोल्डन बेबी लीग में हम प्रत्येक मैच के दिन हितधारकों और क्लबों को दूर-दराज के इलाकों से लेकर आए।'
उन्होंने कहा, 'कई इलाकों के क्लबों और विभिन्न समुदायों के बच्चों ने इसमें हिस्सा लिया। कई बच्चे तो मैच के दिन सुबह छह बजे उठकर 70 किमी का सफर करते थे।' गोल्डन बेबी लीग परियोजना को एआईएफएफ ने 2018 में 6-12 साल के बच्चों के लिए शुरू किया था।
लीग का लक्ष्य लिंग, धर्म, आर्थिक हालात और नस्ली भेदभाव के बिना फुटबॉल की सुविधाएं मुहैया कराना है। इस परियोजना के पीछे विचार यह है कि लड़के और लड़कियों की नई पीढ़ी कम उम्र से ही खेल खेलना शुरू करे।