नई दिल्ली: विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने शनिवार को यहां योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन के अंतिम चार मुकाबले में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए मलेशिया के नग त्जे योंग को हराकर अपने पहले विश्व टूर सुपर 500 टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनायी। उत्तराखंड के 20 साल के खिलाड़ी ने विश्व रैंकिंग में 60वें स्थान पर काबिज योंग को पुरुष एकल सेमीफाइनल के करीबी मुकाबले में 19-21 21-16 21-12 से हराया।
लक्ष्य ने मैच के बाद कहा, 'अपने देश में अपना पहला सुपर 500 का फाइनल खेलना एक बेहतरीन अहसास है। शुरुआती गेम काफी करीबी था, मैंने कुछ गलतियां की जिसकी कीमत मुझे चुकानी पड़ी। मैं दूसरे और तीसरे गेम में संयम बनाये रहा और मुकाबला जीतने में कामयाब रहा।' तीसरी वरीयता प्राप्त लक्ष्य रविवार को फाइनल में सिंगापुर के विश्व चैम्पियन लोह कीन यू से भिड़ेंगे। लोह को कनाडा के ब्रायन यांग के गले में खराश और सिरदर्द के बाद सेमीफाइनल से हटने के कारण वाकओवर दिया गया।
दोनों खिलाड़ी के बीच चार मुकाबलों में लक्ष्य ने दो मैच जीते है। पिछले साल डच ओपन के फाइनल में हालांकि पांचवीं वरीयता प्राप्त लोह ने बाजी मारी थी।
उन्होंने कहा, 'हम दोनों अच्छा खेल रहे हैं, कल (रविवार को) यह एक अच्छा मैच होगा और मैं वास्तव में उसके खिलाफ खेलने के लिए उत्सुक हूं।' लक्ष्य ने सेमीफाइनल के पहले गेम में 2-4 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 10-6 की बढ़त हासिल की। ब्रेक के समय उनकी बढ़त 11-8 की थी।
मलेशिया के खिलाड़ी ने इसके बाद अपने खेल में सुधार किया जिससे स्कोर 14-14, फिर 17-17 हो गया। योंग ने 21-19 से इस सेट को जीत लिया। पहला गेम जीतने के बाद योंग ने दूसरे सेट में 4-1 की बढ़त के साथ अच्छी शुरुआत की। लक्ष्य ने वापसी की जिससे योंग पर दबाव बन गया। उन्होंने स्कोर को 13-13 से बराबर करने के बाद 19-16 की बढ़त ली और फिर गेम अपने नाम कर लिया।
लक्ष्य ने निर्णायक सेट में इस लय को जारी रखते हुए शुरू से आखिर तब अपनी बढ़त बरकरार रखी। लक्ष्य दो सुपर 100 खिताब जीते चुके है जिसमें डच ओपन और सारलोरलक्स ओपन शामिल है। पिछले साल इस युवा खिलाड़ी ने हाइलो में सेमीफाइनल में जगह बनायी। वह विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने से पहले विश्व टूर फाइनल में नॉकआउट चरण में भी पहुंचे थे।