बैडमिंटन: डेनमार्क ओपन का लक्ष्य सेन को बेसब्री से इंतजार, बोले- किसी का भी सामना करने के लिए तैयार

स्पोर्ट्स
आईएएनएस
Updated Oct 05, 2020 | 15:23 IST

Lakshya Sen on Denmark Open: बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन को डेनमार्क ओपन का बेसब्री से इंतजार है। उनका कहना है कि वह किसी का भी सामना करने के लिए तैयार हैं।

Lakshya Sen
लक्ष्य सेन  |  तस्वीर साभार: Twitter


नई दिल्ली: भारत के उभरते हुए बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन के लिए कोविड-19 महामारी के व्यवधान के कारण लय खोना निराशाजनक रहा है लेकिन वह 13 अक्टूबर से डेनमार्क ओपन के साथ बहाल हो रहे अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन में पूरे दमखम के साथ खेलने का इंतजार कर रहे है। इस 19 साल के खिलाड़ी के लिए 2019 शानदार रहा था जब उन्होंने बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर 100 के दो खिताब सहित पांच टूर्नामेंटों में जीत का परचम लहराया था। इस शानदार प्रदर्शन से वह विश्व रैंकिंग में 32वें स्थान पर पहुंच गए थे लेकिन फिर महामारी के कारण मार्च में खेल गतिविधियां रूक गयी थी।

रैंकिंग में 27वें स्थान पर लक्ष्य

विश्व रैंकिंग में 27वें स्थान पर पहुंच चुके लक्ष्य ने कहा, 'यह निराशाजनक रहा क्योंकि वायरस के कारण कोई टूर्नामेंट नहीं हो रहा था। यह हालांकि सभी के लिए एक जैसा है। अब डेनमार्क ओपन हो रहा है ऐसे में मुझे उम्मीद है कि हमें खेलने को मिलेगा।' उत्तराखंड के इस खिलाड़ी ने बैडमिंटन एशिया टीम चैम्पियनशिप में एशियाई खेलों के स्वर्ण पदकघारी जोनाथन क्रिस्टी को भी हराया था और उन्होंने ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में पूर्व विश्व चैम्पियन विक्टर एक्सलसेन को कड़ी टक्कर दी थी। लक्ष्य सात महीने बाद डेनमार्क ओपन से वापसी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे।

'मैं अब बेहतर स्थिति में हूं'

उन्होंने कहा, 'मुझे खेल के लिए सामान्य होने में दो सप्ताह लग गए। अब मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने और जो भी होगा उसका सामना करने के लिए तैयार हूं। यह सभी के लिए पहली प्रतियोगिता है, इसलिए मैं कुछ भी उम्मीद नहीं कर सकता हूं।' फिटनेस के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मैंने इस मामले में बहुत सुधार किया है और मैं पिछले साल की तुलना में बेहतर स्थिति में हूं। मैंने 2019 में कई टूर्नामेंटों में भाग लिया था, ऐसे में यह उसे बरकरार रखने और खेल जारी रखने के बारे में था।' 

'डेनमार्क ओपन का इंतजार'

उन्होंने कहा, 'मुझे अपने खेल के बारे मे तभी पता चलेगा जब टूर्नामेंट शुरू होगा। यहां से मिली प्रतिक्रिया से मैं पिछले साल के अपने स्तर से तुलना कर सकूंगा। इसलिए मैं अपने खेल का परीक्षण करने के लिए डेनमार्क ओपन का इंतजार कर रहा हूं।' लक्ष्य अपने अभियान की शुरुआत फ्रांस के क्रिटो पोपोव के खिलाफ करेंगे, जिन्होंने पिछले साल विश्व जूनियर चैंपियनशिप में अपने देश के लिए पहला पदक जीता था।

'सिर्फ 1 मैच के बारे में सोच रहा'

लक्ष्य ने कहा, 'यह अच्छा ड्रॉ है लेकिन कई शीर्ष खिलाड़ी नहीं खेल रहे है। मुझे पोपोव के खिलाफ खेलने का अनुभव है। उसके खिलाफ मेरा रिकार्ड 2-1का है। अभी मैं सिर्फ एक मैच के बारे में सोच रहा हूं।' लक्ष्य इसके बाद सारलोरलक्स ओपन में भी भाग लेंगे जो जर्मनी में 27 अक्टूबर से एक नवंबर तक खेला जाएगा। वह इस टूर्नामेंट के गत विजेता है। उन्होंने कहा, 'मैं सारलोरलक्स में पहली बार सुपर 100 खिताब का बचाव करूंगा। इसलिए मैं बहुत उत्साहित हूं। इसमें कुछ अन्य भारतीय खिलाड़ी भी भाग ले रहे हैं। टूर्नामेंट का इंतजार कर रहा हूं।'

'हम यह बात सुनकर दुखी हैं'

अमेरिका में हाई स्कूल खेलों में नियम बनाने वाले संस्था राज्य हाई स्कूल संघ की राष्ट्रीय महासंघ के कार्यकारी निदेशक कारिसा नेईहोफ के मुताबिक यूनिफॉर्म संबंधी नियम ज्यादा सख्त नहीं है और इसमें बदलाव भी किए जा सकते हैं। नेइहोफ ने सीएनएन से कहा, 'हम यह बात सुनकर दुखी हैं कि एक लड़की को हिजाब पहनने के कारण मैच नहीं खेलने दिया गया।'

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