मनिका बत्रा ने हासिल की करियर की सर्वश्रेष्‍ठ रैंकिंग, नियमों में बदलाव का भारतीय खिलाड़‍ियों को मिला फायदा

स्पोर्ट्स
भाषा
Updated May 03, 2022 | 18:53 IST

Manika Batra gets career best ranking: आईटीटीएफ की जारी हुई नई रैंकिंग से भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़‍ियों को फायदा मिला है। मनिका बत्रा ने 10 स्‍थान की छलांग लगाते हुए करियर की सर्वश्रेष्‍ठ रैंकिंग हासिल की।

Manika Batra
मनिका बत्रा  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • मनिका बत्रा ने करियर की सर्वश्रेष्‍ठ रैंकिंग हासिल की
  • नियमों में बदलाव से भारतीय पैडलर्स को मिला फायदा
  • अचंता शरत कमल को भी एक स्‍थान का फायदा हुआ

नयी दिल्ली: स्टार खिलाड़ी मनिका बत्रा सहित भारत के अधिकतर टेबल टेनिस खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ (आईटीटीएफ) की मंगलवार को जारी नवीनतम रैंकिंग में फायदा हुआ क्योंकि खेल की वैश्विक संचालन संस्था ने अंक प्रणाली में बदलाव को स्वीकृति दी है। मनिका ने महिला एकल में 10 स्थान की छलांग के साथ करियर की सर्वश्रेष्ठ 38वीं रैंकिंग हासिल की जबकि जी साथियान 34वें स्थान के साथ आईटीटीएफ रैंकिंग में पुरुष एकल में शीर्ष भारतीय खिलाड़ी हैं।

पिछले हफ्ते अपना 10वां राष्ट्रीय खिताब जीतने वाले अनुभवी अचंता शरत कमल भी एक स्थान के फायदे से 37वें पायदान पर पहुंच गए हैं जबकि शिलांग में पहला राष्ट्रीय खिताब जीतने वाली युवा श्रीजा अकुला को भी नवीनतम रैंकिंग में 39 स्थान का फायदा हुआ है और वह अब दुनिया की 68वें नंबर की खिलाड़ी हैं।
अर्चना कामत 26 स्थान की छलांग के साथ 66वें स्थान पर पहुंच गई हैं जबकि रीत टेनिसन ने भी शीर्ष 100 खिलाड़ियों की सूची में पहली बार जगह बनाई है। उन्हें 197 स्थान का बड़ा फायदा हुआ है और वह 97वें पायदान पर हैं।

शरत और साथियान के अलावा किसी अन्य भारतीय पुरुष खिलाड़ी को एकल रैंकिंग में शीर्ष 100 में जगह नहीं मिली है जबकि महिला एकल में चार भारतीय इस सूची में शामिल हैं। भारतीय खिलाड़ियों को रैंकिंग में फायदा हुआ है क्योंकि आईटीटीएफ ने 'शुरुआती अंकों' को हटाने का फैसला किया है जिन्हें 2020 में रैंकिंग तैयार करने के लिए लागू किया गया था।

आईटीटीएफ ने बयान में कहा, '2020 में नए डब्ल्यूटीटी स्पर्धा ढांचे को अपनाने के लिए बदलाव का चरण लागू किया गया था। इसलिए 'शुरुआती अंक' लागू किए गए थे जिसके अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ आठ नतीजों में सीमित अंक जोड़े गए। शुरुआती अंक दिसंबर 2020 में खिलाड़ियों के कुल अंक का 80 प्रतिशत थे। कोविड-19 और प्रतियोगिताओं के आयोजन में समस्याओं के कारण 'शुरुआती अंकों' को लंबे समय तक लागू किया गया और इनमें धीमी रफ्तार से कमी की गई। जनवरी 2020 तक इन्हें 20 प्रतिशत तक सीमित कर दिया गया है।'

इसमें कहा गया, '2021 और 2022 में हुई कुल प्रतियोगिताओं से खिलाड़ियों को रैंकिंग अंक जुटाने का मौका मिला। 'शुरुआती अंक' हटाने से हाल के टूर्नामेंटों में अच्छे प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों रैंकिंग में आगे बढ़ने का मौका मिला।' आईटीटीएफ ने साथ ही 2021 में सीनियर स्तर की प्रतियोगिताओं में हासिल सभी अंकों की वैधता को कम से कम जनवरी 2023 तक बढ़ा दिया है। पुरुष युगल में साथियान और हरमीत देसाई की विश्व रैंकिंग 28वीं है जबकि साथियान और शरत 35वें पायदान पर हैं।

महिला युगल में मनिका और अर्चना दुनिया की चौथे नंबर की जोड़ी हैं। सुतीर्था मुखर्जी और आयहिका मुखर्जी की जोड़ी 29वें स्थान पर है। मिश्रित युगल में मनिका और साथियान विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज हैं जबकि मानव ठक्कर और अर्चना की जोड़ी 22वें स्थान पर है।

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