MC Mary Kom और Manpreet Singh शान से लहराएंगे तिरंगा, टोक्यो ओलंपिक में होंगे भारतीय ध्वजवाहक

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भाषा
Updated Jul 05, 2021 | 18:39 IST

Tokyo Olympics, Indian flag bearers: टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के ध्वजवाहक कौन होंगे, इसका ऐलान कर दिया गया है। भारतीय मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम और हॉकी कप्तान मनप्रीत सिंह को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है।

MC Mary Kom
MC Mary Kom  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • टोक्यो ओलंपिक 2020 में कौन होगा भारत का ध्वजवाहक, हुआ ऐलान
  • मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम और हॉकी कप्तान मनप्रीत सिंह संभालेंगे जिम्मेदारी
  • जापान की राजधानी टोक्यो में होना है ओलंपिक खेलों का आयोजन

छह बार की विश्व चैम्पियन और लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम और पुरूष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह 23 जुलाई से तोक्यो में शुरू होने वाले ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक होंगे। इन खेलों में भारत की तरफ से पदक के सबसे बड़े दावेदारों में से एक पहलवान बजरंग पूनिया आठ अगस्त को समापन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक की भूमिका निभाएंगे।

भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने इन खेलों की आयोजन समिति को अपने फैसले से अवगत करा दिया है। पहली बार ऐसा हुआ है जबकि ओलंपिक में भारत के दो ध्वजवाहक (एक पुरुष और एक महिला) होंगे। आईओए प्रमुख नरिंदर बत्रा ने हाल ही में आगामी तोक्यो खेलों में ‘लैंगिक समानता’ को सुनिश्चित करने के लिए इस बात की जानकारी दी थी।

मैरी कॉम ने भारतीय ध्वजवाहकों में से एक चुने जाने के बाद पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘यह मेरे लिए बहुत बड़ा पल होगा क्योंकि यह मेरा आखिरी ओलंपिक है। मेरे लिये यह भावनात्मक पल हो सकता है।’’ उन्होने कहा, ‘‘उद्घाटन समारोह के दौरान दल की अगुवाई करने का अवसर पाकर मैं वास्तव में सम्मानित महसूस कर रही हूं और मेरा चयन करने के लिए मैं खेल मंत्रालय और आईओए को धन्यवाद देती हूं। यह मेरे लिए प्रेरणा होगी। मैं पदक के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करने का वादा करती हूं।’’

रियो डी जनेरियो में 2016 खेलों के उद्घाटन समारोह में देश के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ध्वजवाहक थे। कोविड-19 महामारी के कारण एक साल के लिए स्थगित हुए तोक्यो ओलंपिक में 100 से अधिक भारतीय खिलाड़ी भाग लेंगे। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने पिछले साल कार्यकारी बोर्ड की बैठक में उद्घाटन समारोह में महिला और पुरुष ध्वजवाहकों के लिए प्रावधान किया था।

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