उलान उदे (रूस): भारत की स्टार महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम शनिवार को विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो गईं। मैरीकॉम को 51 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में तुर्की की यूरोपिय चैंपियन बुसनाज काकिरोग्लू के हाथों 1:4 की शिकस्त झेलनी पड़ी। हालांकि, भारत ने रेफरी के खिलाफ अपील की है। अब देखना होगा कि इसका क्या असर होता है। भारतीय मुक्केबाज ने हालांकि अपने खाते में ब्रॉन्ज मेडल जोड़ा और विश्व चैंपियनशिप में अपने पदकों की संख्या 8 पहुंचाईं। मैरीकॉम ने विश्व चैंपियनशिप में 6 गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता।
दोनों ही बॉक्सर पहले राउंड में आक्रमण करने में थोड़ी सी घबराई हुई नजर आईं, लेकिन मैरीकॉम ने काउंटर-अटैक करने में देरी नहीं लगाई जबकि काकिरोग्लू अपने कद का फायदा उठाने में संघर्षरत दिखी। दूसरे राउंड में ऐसा ही हाल नजर आ रहा था, लेकिन तुर्की की मुक्केबाज ने थोड़ी चतुराई दिखाते हुए मुक्के बरसाए। आखिरी तीन मिनटों में दोनों ही मुक्केबाजों ने जमकर मुक्के बरसाए, लेकिन काकिरोग्लू ज्यादा आक्रमक नजर आईं।
वहीं मनीपुर की मैरीकॉम पुरुष और महिला विश्व चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाली मुक्केबाज बन गई हैं। उन्होंने क्यूबा के आईकॉन फेलिक्स सेवोन को पीछे छोड़ा, जिन्होंने पुरुष विश्व चैंपियनशिप में कुल सात मेडल जीते हैं। सेवोन ने 6 गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता।
छह बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम ने अपनी क्वार्टर फाइनल बाउट में कोलंबिया की वेलेंसिया विक्टोरिया को मात देकर पहली बार 51 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जगह पक्की की थी। बता दें कि 2012 ओलंपिक में मैरीकॉम ने इसी भार वर्ग में हिस्सा लेकर मेडल जीता था। सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद मैरीकॉम ने कहा था, 'मुझे पता है कि मुझसे काफी उम्मीदें हैं। मैं अपना पूरा जोर लगाऊंगी। अभी काम अधूरा है। मुझे उम्मीद है कि गोल्ड मेडल जीतूंगी।'
बहरहाल, मैरीकॉम के अलावा विश्व चैंपियनशिप में भारत की तीन महिला मुक्केबाज हैं, जो सेमीफाइनल में जीत के इरादे से उतरेंगी।