नई दिल्ली: ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने फिनलैंड में कुओर्टेन खेलों में वर्ष का पहला खिताब जीतकर चोट की आशंका को दूर करते हुए कहा कि वह 30 जून से स्टॉकहोम में अपने डायमंड लीग सत्र को शुरू करने के लिये पूरी तरह तैयार हैं। कुओर्टेन खेलों के दौरान शनिवार को 24 वर्षीय चोपड़ा अपने तीसरे प्रयास के बाद फिसल गये थे। बारिश के कारण गीले और फिसलन भरे रन अप में आयोजित की गयी भाला फेंक स्पर्धा के लिये परिस्थितियां अनुकूल नहीं थी।
चोपड़ा अपने तीसरे प्रयास में भाला फेंकने के बाद संतुलन खोकर नीचे गिर गये थे। चोपड़ा ने अपने पहले प्रयास में ही 86.69 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले त्रिनिदाद और टोबैगो के 2012 के ओलंपिक चैंपियन केशोर्न वालकॉट (86.64 मीटर) और ग्रेनाडा के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स (84.75 मीटर) की तरह केवल तीन प्रयास ही किये।
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चोपड़ा ने ट्विटर पर लिखा, 'मौसम के कारण परिस्थितियां मुश्किल थी लेकिन यहां कुओर्टेन में सत्र की अपनी पहली जीत से खुश हूं।' उन्होंने कहा, 'मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं और 30 जून को बौहौसगलान (स्टॉकहोम डायमंड लीग) में अपना डायमंड लीग सत्र शुरू करने के लिये तैयार हूं।' चोपड़ा ने इससे पहले फिनलैंड के तुर्कू में पावो नूरमी खेलों में 89.30 मीटर के प्रयास के साथ रजत जीता था। कुओर्टेन में उनका थ्रो इससे कम था लेकिन स्वर्ण पदक जीतने से निश्चित रूप से उनका मनोबल बढ़ा होगा।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने भी कहा कि चोपड़ा पूरी तरह से फिट हैं। एएफआई ने ट्वीट किया, 'कुओर्टेन से खबर: तीसरे प्रयास में फिसलने के कारण गिरने के बावजूद नीरज चोपड़ा फिट हैं। चिंता की कोई बात नहीं है। नीरज चोपड़ा को एक और शानदार प्रदर्शन के लिये बधाई।' चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के 10 महीने से भी अधिक समय बाद पावो नूरमी खेलों रजत पदक जीतकर शानदार वापसी की थी।
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