अपने नाम के आगे ‘पहली बार’ कई कारनामे करने की उपलब्धि दर्ज कराने वाली ट्यूनीशिया की ओन्स जेब्युर विंबलडन के अंतिम चार में जगह बनाकर किसी ग्रैंडस्लैम टेनिस टूर्नामेंट में सेमीफाइनल में पहुंचने वाली अरब देशों की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
पिछले साल विंबलडन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली ट्यूनीशिया की तीसरी वरीय खिलाड़ी ने मंगलवार को एक कदम आगे बढ़ते हुए सेंटर कोर्ट पर मैरी बोजकोवा को 3-6, 6-1, 6-1 हराया।
दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी जेब्युर ने कहा, ‘‘यह काफी मायने रखता है। मैं लंबे समय से उम्मीद कर रही थी कि मैं यहां पहुंच पाऊंगी। मैं (मोरक्को के पूर्व खिलाड़ी) हिचाम अराजी से बात करती थी और वह मुझे कहते थे कि अरब देशों के खिलाड़ी हमेशा क्वार्टर फाइनल में हार जाते हैं और हम इससे आजिज आ चुके हैं। कृप्या करके इस क्रम को तोड़ो। मैंने कहा कि मित्र मैं ऐसा करने का प्रयास करूंगी।’’ जेब्युर ने प्रयास किया और वह ऐसा करने में सफल रही।
सेमीफाइनल में जेब्युर का सामना उनकी तरह ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहली बार जगह बनाने वाली जर्मनी की तात्याना मारिया से होगा। जर्मनी की 34 साल की खिलाड़ी ने अपने बच्चों के जन्म के कारण दो बार टेनिस से ब्रेक लिया और ओपन युग में पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के अंतिम चार में जगह बनाने वाली सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बनी। मारिया ने 35वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हुए 22 साल की ज्यूल नीमियर को 4-6, 6-2, 7-5 से हराया।