कोलकाता: साल 1996 में अटलांटा ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले भारत के स्टार टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस को टोक्यो ओलंपिक का बेसब्री से इंतजार था। लेकिन कोराना वायरस के कहर के कारण इसे एक साल के लिए टाल दिया गया। अब इसका आयोजन अगले साल अगस्त में होगा।
ऐसे में दिग्गज भारतीय टेनिस स्टार लिएंडर पेस को लग रहा है कि उनका लगातार आठवीं बार ओलंपिक में खेलने का सपना साकार नहीं होगा। बुधवार को उम्र के 47वें पड़ाव पर पहुंचने वाले पेस ने कहा था कि साल 2020 का सत्र और टोक्यो ओलंपिक उनके करियर का आखिरी टूर्नामेंट होगा। लेकिन कोरोना वायरस ने उनकी ओलंपिक खेलों के साथ संन्यास लेने की योजना पर फिलहाल पानी फेर दिया है।
मंदी में मुश्किल होगा प्रायोजक ढूंढना
पेस ने 'भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स- यंग लीडर्स फोरम' द्वारा आयोजित एक वेबनार के दौरान कहा, 'मैं वास्तव में ओलंपिक के बारे में चिंतित हूं क्योंकि यह मेरे इतिहास, मेरी विरासत के लिए प्रासंगिक है। मैं 'वन लास्ट रोर (आखिरी)' सत्र में था, जिसका समापन तोक्यो ओलंपिक के साथ होना था। लेकिन ओलंपिक को 2021 के लिए निलंबित कर दिया गया है और विश्व अर्थव्यवस्था भी नीचे की तरफ जा रही है। ऐसे में ओलंपिक के लिए कॉरपोरेट प्रायोजक कैसे आएंगें।' पेस ने कहा, 'कोविड-19 से निपटने के लिए वैक्सीन के बगैर ओलंपिक का 2021 में भी आयोजन मुश्किल होगा।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद वह फिर से पेशेवर सर्किट में वापसी करेंगे। उन्होंने कहा, 'जब लॉकडाउन खुलेगा तब मैं वापसी करूंगा। मैं उस 30 वर्षीय एथलीट की तरह लिएंडर का नया संस्करण रहूंगा।'
लगातार सात बार ओलंपिक में ले चुके हैं भाग
47 वर्षीय लिएंडर पेस अबतक सात बार ओलंपिक खेलों में भारत की ओर से शिरकत कर चुके हैं। साल 1992 में उन्होंने स्पेन के बार्सिलोना में आयोजित ओलंपिक खेलों में भाग लिया था। इसके बाद अटलांटा में वो एकल स्पर्धा का कांस्य पदक जीतने में कामयाब रहे थे। इसके बाद 2000 में सिडनी, 2004 में ग्रीस, 2008 में बीजिंग, 2012 में लंदन और 2016 में रियो ओलंपिक खेलों में उन्होंने भाग लिया था। सात बार में वो कई बार पदक जीतने के करीब पहुंचे लेकिन केवल एक ओलंपिक पदक ही अपने नाम कर सके।