नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारत के उन सभी युवा एथलीट को बधाई दी जिन्होंने कीनिया की राजधानी नैरोबी में आयोजित अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतने में कामयाब रहे। भारत ने अपने खेल इतिहास में पहली बार अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप तीन पदक जीते हैं। इससे पहले भारत एक से ज्यादा पदक नहीं जीत सका था।
रविवार को शैली सिंह ने लॉन्ग जंप स्पर्धा का रजत पदक अपने नाम किया। महज एक सेमी के अंतर से वो गोल्ड मेडल अपने नाम करने से चूक गईं। यह मौजूदा चैंपियनशिप में भारत का तीसरा पदक था। भारत ने 4 गुणा 400 मीटर मिक्स्ड रिले में कांस्य पदक जीत के साथ अंडर20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपना खाता खोला था। इसके बाद अमित खत्री ने पुरुषों की 10 किमी पैदल चास स्पर्धा में दूसरे स्थान पर रहते हुए सिल्वर मेडल जीता था।
ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन भारत में एथलेटिक्स के भविष्य के लिए अच्छे संकेत हैं। खिलाड़ी तेजी और सफलता हासिल कर रहे हैं! नैरोबी में आयोजित अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप से दो रजत और एक कास्य पदक घर लाने वाले खिलाड़ियों को बधाई।'
उन्होंने आगे कहा, एथलेटिक्स भारत में लोकप्रियता हासिल कर रहा है। ये भविष्य के लिए अच्छे संकेत हैं। कठिन परिश्रम करने वाले हमारे एथलीट्स को शुभकामनाएं।
अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के मौजूदा संस्करण से पहले भारत इसमें कुल चार पदक अपने नाम कर सका था। सीमा अंतिल ने साल 2002 में और नवजोत कौर ढिल्लन ने साल 2014 में डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक अपने नाम किए थे। इसके बाद साल 2016 में नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक और हिमा दास ने साल 2018 में महिलाओं की 400 मीटर फर्राटा दौड़ में स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे। भारत इससे पहले एक संस्करण में एक से ज्यादा पदक नहीं जीत सका था।
नैरोबी में भारत 2 रजत और एक कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में 21वें पायदान पर रहा। अगर भारतीय खिलाड़ी एक भी स्वर्ण पदक जीतने में सफल होते तो वो टॉप 15 में जगह हासिल कर सकता था।