चेन्नई: भारत की मेजबानी में पहली बार आयोजित हो रहे 44वें शतरंत ओलंपियाड का गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रंगारंग कार्यक्रम के बीच उद्घाटन किया। चेन्नई के नेहरू इंडोर स्टेडियम में उद्घाटन समारोह में शामिल होने जा रहे पीएम मोदी का तमिलनाडु के पारंपरिक अंदाज में स्वागत किया गया। ओलंपियाड का आयोजन 28 जुलाई से 10 अगस्त तक चेन्नई से 50 किमी दूर मामल्लापुरम में होगा।
पीएम मोदी का हुआ जोरदार स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सड़क मार्ग के जरिये जब जवाहरलाल नेहरू की ओर बढ़ रहे थे तब रास्ते में संगीतकारों और ताल वादकों के प्रदर्शन के साथ उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। समर्थकों ने पीएम की कार पर फूल बरसाये। मोदी ने शतरंज की बिसात की डिजाइन वाली बॉर्डर वाला पटका पहन रखा था।
चेन्नई पर छाई शतरंज की खुमारी
शतरंज ओलंपियाड के 44 वें सत्र के आगाज से पहले चेन्नई के मुख्य इलाके को शानदार तरीके से सजाया गया है। चेन्नई शहर शतरंज के रंग में रंगा है और हर किसी पर चेस ओलंपियाड की खुमारी छाई है। स्टेडियम के बाहर रंग-बिरंगे की आकर्षक रोशनी के साथ बड़े आकार का शतरंज बोर्ड और इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाले देशों के झंडे लगाए गए हैं।
शतरंज की बड़ी गोटियों से सयाजा गया मंच
स्टेडियम के मंच को शतरंज के खेल में इस्तेमाल होने वाले ‘किंग, क्वीन, रूक, बिशप, नाइट और पॉन्स’ की बड़ी आकृतियों से सजाया गया। उद्घाटन समारोह में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की मौजूदगी में सैंड आर्टिस्ट (रेत शिल्पकार) सरवम पटेल ने प्राचीन मामल्लापुरम बंदरगाह मंदिर, शतरंज के खेल और मेजबान देश भारत से जुड़ी कलाकृति बनाकर अपने कौशल से लोगों का दिल जीत लिया। पीएम मोदी के अलावा उद्धाटन समारोह में तमिलनाडु के राज्यपाल एन रवि, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और थलाइवा रजनीकांत मौजूद थे।
वंदे मातरम और जय हो की धुनों से गूंजा स्टेडियम
आर्केस्ट्रा की धुनों और तालियों की गड़गड़ाहट ने जापान, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, इटली, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रिया, अल्बानिया, अल्जीरिया, अंगोला, अर्जेंटीना और बारबाडोस सहित दर्जनों देशों की टीमों का स्टेडियम में स्वागत किया गया। इस मौके पर वाद्य यंत्रों से निकले ‘जय हो’ के धुन और ‘वंदे मातरम्’ के गायन ने स्टेडियम में मौजूद लोगों में जोश भर दिया।
भारतीय कला संस्कृति की दिखी उद्घाटन समारोह में झलक
भारतीय शास्त्रीय नृत्य के सभी आठ रूपों, कथक, ओडिसी, कुचुपुड़ी, कथककली, मोहिनीअट्टम, मणिपुरी, सत्त्रिया और भरतनाट्यम का प्रदर्शन किया गया। उद्घाटन के लिए एकत्र हुए लोगों ने चेन्नई के संगीतकार लिडियन नादस्वरम के संगीत समारोह का भी लुत्फ उठाया। इस मौके पर फिडे (शतरंज की वैश्विक संचालक) गान बजाया गया और प्रतिभागियों ने शपथ ली।
(एजेंसी इनपुट के साथ)