मनीला (फिलीपींस): भारत की स्टार महिला शटलर पीवी सिंधू को बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप्स में ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। पीवी सिंधू बीएसी के महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में जापान की अकाने यामागूची की बाधा को पार नहीं कर सकी। सिंधू ने पहला सेट 21-13 से जीता, लेकिन इसके बाद उन्हें अगले लगातार दो सेट में 19-21, 16-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
सिंधू पहले गेम में अपने विरोधी पर पूरी तरह हावी रही और आसानी से 21-13 से जीत दर्ज की। सिंधू दूसरे गेम में भी अच्छा खेल रही थीं और लग रहा था कि यामागूची को सीधे सेटों में मात दे देंगी। हालांकि, चेयर अंपायर के साथ थोड़ी गर्म मिजाजी में हुई बातचीत के बाद भारतीय शटलर अपनी लय खोती हुई नजर आई और जापानी शटलर को वापसी का मौका मिल गया। सिंधू ने ब्रेक का समय ज्यादा लिया, जिसके कारण उन पर पेनल्टी का एक अंक दिया गया। सिंधू ने समझाने की कोशिश भी की थी कि यामागूची तैयार नहीं थीं, जिसकी वजह से उन्होंने सर्विस नहीं की। मगर यह नतीजा भारतीय शटलर के पक्ष में नहीं गया।
इसके बाद यामागूची ने अपनी लय हासिल की और सिंधू पर हावी होती चली गईं। अंपायर के साथ बहस के बाद सिंधू की लय बिगड़ गई और यामागूची ने इसका फायदा उठाकर जोरदार वापसी की। लय खोने के कारण सिंधू अपने फॉर्म में नजर नहीं आईं। दूसरे गेम का अंत काफी रोमांचक रहा। दोनों शटलर्स एक समय 19-19 के स्कोर पर थी। तब यामागूची ने लगातार दो अंक हासिल करके स्कोर 1-1 से बराबर किया और गेम 21-19 से जीता।
निर्णायक सेट में सिंधू से कई गलतियां हुईं। यामागूची ने अपना धैर्य बरकरार रखा और भारतीय शटलर को वापसी का मौका नहीं दिया। अंत में यामागूची ने 21-16 से तीसरा गेम जीतकर महिला सिंगल्स के फाइनल में प्रवेश किया। बता दें कि बीएसी में सिंधू का यह दूसरा मेडल है। उन्होंने 2014 गिमचियोन संस्करण में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था। सिंधू की यह यामागूची के खिलाफ 10वीं शिकस्त थी जबकि वो केवल 7 मैच जीतने में कामयाब रही हैं।