मेलबर्न: राफेल नडाल अब रोजर फेडरर और नोवाक जोकोविच को पछाड़कर पुरुष टेनिस में रिकॉर्ड 21वें एकल ग्रैंडस्लैम खिताब से महज एक जीत दूर हैं। स्पेन के 35 वर्ष के इस धुरंधर ने इटली के मात्तेओ बेरेत्तिनी को 6-3, 6-2, 3-6, 6-3 से हराकर छठी बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन फाइनल में प्रवेश कर लिया।
साल के इस पहले ग्रैंडस्लैम से पूर्व कोरोना संक्रमण और चोटों से जूझते आये नडाल को खुद पता नहीं था कि उनका सफर कितना लंबा होगा। उन्होंने तैयारी के लिये हुआ एक टूर्नामेंट जीता और यहां लगातार छह मैच जीत चुके हैं। एक और मैच जीतकर वह फेडरर और जोकोविच को पीछे छोड़ देंगे। इसके साथ ही सभी चार ग्रैंडस्लैम कम से कम दो बार जीतने वाले दूसरे पुरुष खिलाड़ी बन जायेंगे।
अब उनका सामना अमेरिकी ओपन चैम्पियन दानिल मेदवेदेव और स्टेफानोस सिटसिपास के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा। नडाल ने कहा, 'मेरा फोकस सिर्फ आस्ट्रेलियाई ओपन खिताब पर है। मैं यहां थोड़ा बदकिस्मत रहा और चोटों के कारण कई बार नहीं जीत सका। एक बार यहां जीता है और कभी सोचा नहीं था कि 2022 में फिर जीत के करीब पहुंच सकूंगा।'
अब तक सिर्फ एक बार 2009 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीत सके नडाल ने पहले दोनों सेटों में दबदबा बनाये रखा और इतालवी प्रतिद्वंद्वी को कोर्ट के चारों ओर घुमाया। दूसरे सेट में उन्होंने 4-0 की बढ़त बना ली और सातवीं वरीयता प्राप्त बेरेत्तिनी 11 प्रयासों में सिर्फ एक बार अपनी दूसरी सर्विस पर अंक बना सके।
भारी बारिश के कारण रॉड लावेर एरेना की छत बंद कर दी गई जिससे भीतर काफी उमस हो गई थी। ऐसे में गेंद भारी और सपाट हो गई थी। पहले दो सेट में सभी लंबी रेलियां छठी वरीयता प्राप्त स्पेनिश धुरंधर नडाल के पक्ष में गईं। तीसरे सेट में बेरेत्तिनी ने वापसी की और आठवें गेम में तीन ब्रेक प्वाइंट बनाकर दूसरे को भुनाया और 5-3 की बढ़त बना ली। उन्होंने अगले गेम में सर्विस बरकरार रखते हुए लगातार चार अंकों के साथ मैच को चौथे सेट में खींचा।
चौथे सेट के आठवें गेम में नडाल ने उनकी सर्विस फिर तोड़ी और मैच अपने नाम कर लिया। फेडरर चोट के कारण नहीं खेल रहे हैं जबकि नौ बार के चैम्पियन जोकोविच को ऑस्ट्रेलिया के कड़े कोरोना टीकाकरण नियमों का पालन नहीं करने के कारण टूर्नामेंट से एक दिन पहले निर्वासित कर दिया गया।