रायपुर: भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह देश में अपने छठे पेशेवर मुकाबले के साथ रिंग में वापसी करते हुए नजर आएंगे जब वह यहां अगस्त में ‘रमबल इन द जंगल’ मुकाबले में उतरेंगे। वर्ष 2008 में कांस्य पदक के साथ ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बने 36 साल के विजेंदर ने 2015 में पेशेवर बनने के बाद आठ नॉकआउट सहित 12 मुकाबले जीते हैं जबकि एक मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। शुरुआती 12 मुकाबलों में अजेय रहने का विजेंदर का क्रम गोवा में पिछले मुकाबले में टूट गया था।
छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार के सहयोग से हो रहा यह मुकाबला रायपुर में पहली पेशेवर मुक्केबाजी स्पर्धा होगी। विजेंदर ने बयान में कहा, ‘‘यह राज्य के लोगों के सामने इस खेल को पेश करने का शानदार मौका है और उम्मीद करता हूं कि इससे नई पीढ़ी के मुक्केबाज प्रेरित होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं अभी मैनचेस्टर में ट्रेनिंग कर रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि अगस्त में अजेय अभियान दोबारा शुरू करूंगा।’’
यह भी पढ़ें: 'बैटल ऑन शिप' नहीं जीत पाए विजेंदर सिंह, पेशेवर मुक्केबाजी में मिली पहली हार
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ राज्य की मौजूदा और अगली पीढ़ी के लिए खेलों को बढ़ावा देना बेहद महत्वपूर्ण है।’’ बघेल ने कहा, ‘‘ओलंपिक में देश को गौरवांवित करने वाले विजेंदर सिंह के दर्जे के खिलाड़ी के आने से पूरे राज्य के युवा खिलाड़ी प्रेरित होंगे।’’ बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में होने वाले विजेंदर के इस पेशेवर मुकाबले के दौरान कुछ अन्य मुक्केबाजों के मुकाबले भी होंगे।
यह भी पढ़ें: विजेंदर सिंह ने कहा- भारत और पाकिस्तान के बीच खेलों को शुरू करना चाहिए