याओंडे (कैमरून): अफ्रीका के शीर्ष फुटबॉल टूर्नामेंट के एक मैच के दौरान स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है जिससे मेजबानी की कैमरून की क्षमता पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है। कैमरून के केंद्रीय क्षेत्र के गर्वनर नासेरी पॉल बिया ने कहा कि मरने वालों की संख्या अधिक भी हो सकती है। उन्होंने सोमवार को कहा, 'हम अभी मरने वालों की कुल संख्या बताने की स्थिति में नहीं हैं।' यह भगदड़ उस समय मची जब अफ्रीकी कप ऑफ नेशंस में अंतिम 16 के मैच में मेजबान कैमरून और कोमोरोस के बीच मैच देखने के लिये दर्शकों ने ओलम्बे स्टेडियम में घुसने की कोशिश की।
मेस्सास्सी अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि कम से कम 40 लोग चोटिल होकर अस्पताल लाये गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि अस्पताल सभी का इलाज कर पाने में सक्षम नहीं हैं। एक नर्स ने कहा, 'कुछ की हालत को बहुत नाजुक है।हम उन्हें दूसरे अस्पताल में भेजेंगे।' भगदड़ के बाद लोग स्टेडियम के प्रवेश द्वार के बाहर पीठ के बल अचेत पड़े थे। उनके जूते, टोपियां और रंग बिरंगी विग यत्र तत्र बिखरी पड़ी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बच्चे भी भगदड़ की चपेट में आ गए हैं। उनका कहना है कि स्टेडियम के कर्मचारियों ने दरवाजा बंद करके लोगों को भीतर प्रवेश नहीं करने दिया जिसके बाद भगदड़ मच गई।
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स्टेडियम की क्षमता 60000 दर्शकों की है लेकिन कोरोना महामारी के कारण 80 प्रतिशत को ही प्रवेश दिया जा रहा है जबकि फुटबॉल अधिकारियों के अनुसार करीब 50000 लोगों ने प्रवेश की कोशिश की। अफ्रीकी फुटबॉल परिसंघ ने कहा, 'हम हालात की जांच कर रहे हैं। विस्तार से जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है। हम कैमरून सरकार और स्थानीय आयोजन समिति के संपर्क में हैं।'
कैमरून पिछले 50 साल में पहली बार अफ्रीकी कप की मेजबानी कर रहा है। उसे 2019 में ही इसकी मेजबानी करनी थी लेकिन उसकी तैयारियों को लेकर आशंकाओं के चलते मिस्र को मेजबानी सौंपी गई थी। इससे पहले रविवार को याओंडे के एक नाइटक्लब में सिलसिलेवार विस्फोट के बाद आग लगने से कम से कम 17 लोग मारे गए थे। इसके बाद कैमरून के राष्ट्रपति पॉल बिया ने लोगों को सतर्क रहने के लिये कहा था चूंकि देश सबसे बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। कैमरून सोमवार का मैच 2-1 से जीतकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गया है।