नई दिल्ली: भारतीय सरकार ने रविवार को देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर 31 मई कर दी है, लेकिन इसके साथ ही अपने आदेश में ढील के साथ नए दिशा-निर्देश और नियम जारी किए हैं। देश के स्पोर्ट्स स्टेडियम को खोलने की अनुमति प्रदान की गई है, जो मैचों की मेजबानी भी कर सकते हैं। हालांकि, इसमें फैंस पर पाबंदी लगाई गई है। जी हां, भारतीय सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ाया है। इसमें खेल मैदानों और कॉम्प्लेक्स को खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन फैंस को एंट्री नहीं दी जाएगी।
गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन 4.0 के लिए नए दिशा-निर्देश और नियम जारी किए हैं, जिसमें ध्यान दिलाया गया है कि स्टेडियम को खोलने की इजाजत है, लेकिन बिना दर्शकों के। गृह मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, 'स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और स्टेडियम खोलने की अनुमति है। हालांकि दर्शकों को आने की इजाजत नहीं है।'
बता दें कि आईपीएल 2020 की शुरुआत 29 मार्च को होना थी, लेकिन पहले लॉकडाउन से कुछ समय पहले ही यह स्थगित कर दिया गया। बीसीसीआई ने 15 अप्रैल तक आईपीएल स्थगित किया था। मगर लॉकडाउन बढ़ने के कारण इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके अलावा बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल आदि खेलों के बड़े टूर्नामेंट्स भी रद्द या स्थगित करने पड़े। नए नियमों से देश में खेल प्रेमियों को भी खुशी की उम्मीद दिखी है।
इस बीच, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने रविवार को खेल मंत्रालय से देश में विभिन्न खेल शासी निकायों के लिए 200 करोड़ रुपये से अधिक की एक बार की वित्तीय सहायता को मंजूरी देने का अनुरोध किया, कहा कि अगले साल तक प्रायोजक आगे नहीं आएंगे 'हाथ- सरकार द्वारा धारण' एक आवश्यकता।
कोरोना वायरस महामारी के कारण खेल गतिविधियों के रूकने का हवाला देते हुए आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने खेल मंत्री किरेन रीजीजू को पत्र लिखते हुए कहा- अगर मदद नहीं दी जाएगी तो लॉकडाउन खत्म होने के बाद सभी खेल गतिविधियां शुरू करना आसान नहीं होगा।