नई दिल्ली: क्वालिफाइंग राउंड में नीरज चोपड़ा टॉप पर रहे, वह देश के पहले ऐसे एथलीट हैं जिन्होंने जैवलिन थ्रो के फाइनल में जगह बनाई है, उन्होंने क्वॉलिफाइंग राउंड के अपने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर भाला फेंककर फाइनल क्वॉलिफाइ कर लिया, फाइनल में सीधे प्रवेश करने के लिए 83.50 मीटर का थ्रो होना जरूरी है।
फाइनल के लिए क्वॉलिफिकेशन मार्क 83.50 मीटर का था जिसे नीरज ने बड़ी ही आसानी से पार कर लिया, नीरज अब 7 अगस्त को फाइनल मुकाबले में अपना हुनर दिखाएंगे।
ओलंपिक के एथलेटिक्स इवेंट के फाइनल में जगह बनाने वाले वह 12वें भारतीय एथलीट है। नीरज चोपड़ा ने अपने पहले प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंका था वहीं ग्रुप बी में भारत के शिवपाल यादव भी शामिल हैं।
जैवलीन थ्रो में ऐथलीट को कुल तीन प्रयास मिलते हैं जिसमें से उसके सर्वश्रेष्ठ वैध प्रयास को गिना जाता है। गौर हो कि ओलिंपिक में एक के बाद एक भारतीय एथलीटों के बाहर होने के बाद स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा देशवासियों की उम्मीदों का भार लेकर भाला फेंकने उतरे ध्यान रहे कि नीरज ने टोक्यो ओलिंपिक के लिए ज्यादातर अभ्यास विदेश में ही किया है और वह भारत के पदक के दावेदारों में शामिल हैं वह क्वालीफिकेशन में ग्रुप-ए में उतरे हैं।