टोक्यो: जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने बुधवार को कहा कि अगर कोरोना वायरस महामारी को नियंत्रित नहीं किया गया तो स्थगित हो चुके टोक्यो ओलंपिक का आयोजन 'मुश्किल' होगा। प्रधानमंत्री आबे का यह बयान टोक्यो ओलंपिक की आयोजन समिति के अध्यक्ष योशिरो मोरी के बयान के एक दिन बाद आया है जिन्होंने स्थानीय दैनिक खेल समाचार पत्र को साक्षात्कार के दौरान कहा था कि अगले साल तक अगर कोरोना वायरस बीमारी को नियंत्रित नहीं किया जा सका तो ओलंपिक को रद्द करना पड़ेगा।
आबे ने संसद में कहा, 'कोरोना वायरस पर मानवता की जीत के साक्ष्य के तौर पर हमें ओलंपिक का आयोजन करना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'अगर हम ऐसी स्थिति में नहीं हुए तो फिर खेलों का आयोजन मुश्किल होगा।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम कहते आए हैं कि हम ओलंपिक और पैरालंपिक का आयोजन करेंगे जिसमें खिलाड़ी और दर्शक पूरी सुरक्षा के साथ हिस्सा ले पाएंगे और यह पूर्ण रूप से आयोजित होगा। मुझे लगता है कि अगर महामारी को नियंत्रित नहीं किया जाता है तो इनका (ओलंपिक का) आयोजन पूर्ण रूप से नहीं हो पाएगा।'
कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल होने वाले खेलों को पहले ही अगले साल के लिए स्थगित कर दिया गया है और अब ये 23 जुलाई 2021 से शुरू होंगे।
जापान के खेल दैनिक 'निक्कन स्पोर्ट्स' में मंगलवार को प्रकाशित साक्षात्कार में जब मोरी से पूछा गया था कि अगर महामारी का खतरा अगले साल भी बना रहता है तो क्या खेलों को 2022 तक टाला जा सकता है तो उन्होंने कहा था, 'नहीं। अगर ऐसा होता है तो फिर इन्हें रद्द कर दिया जाएगा।'
टोक्यो ओलंपिक खेलों के प्रवक्ता ने हालांकि मंगलवार को ही संवाददाताओं से कहा था कि मोरी की टिप्पणी अध्यक्ष के निजी नजरिये पर आधारित थी। कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भर में लगभग 217000 लोगों की मौत हो चुकी है। जापान में लगभग 14000 लोग इससे संक्रमित हुए हैं और लगभग चार सौ लोगों की जान गई है।