फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप में इस्तेमाल होगी VAR तकनीक, इन हालात में मिलेगी जबरदस्त मदद

स्पोर्ट्स
भाषा
Updated Aug 30, 2022 | 20:39 IST

भारत में होने वाले फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप में वीएआर तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। यह तकनीक से रैफरी के फैसला लेने की प्रक्रिया में मददगार होगी।

football
सांकेतिक फोटो 
मुख्य बातें
  • फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप
  • भारत में आयोजित होगा विश्व कप
  • अक्टूबर में शुरू होगा टूर्नामेंट

नई दिल्ली: भारत में होने वाले आगामी अंडर-17 महिला विश्व फुटबॉल कप में वीडियो सहायक रैफरी (वीएआर) तकनीक आयु वर्ग की इस शीर्ष प्रतियोगिता में पदार्पण करेगी। विश्व फुटबॉल की संचालन संस्था फीफा ने मंगलवार को यह जानकारी दी। फीफा ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) पर लगा 11 दिन का निलंबन हटाकर इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के भारत में आयोजन को हरी झंडी दे दी है जो 11 से 30 अक्टूबर तक भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम, मडगांव के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम और नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा।

फीफा की महिला रैफरी विभाग की प्रमुख कारी सीट्ज ने कहा, ‘‘फीफा अंडर-17 विश्व कप से हमें इस टूर्नामेंट के लिए नियुक्त मैच अधिकारियों के स्तर की महत्वपूर्ण और विस्तृत जानकारी मिलेगी।’’ फीफा ने बयान में कहा, ‘‘यह प्रतियोगिता नियुक्त किए गए वीएआर के कौशल को परखने और हमारी महिला वीएआर के विकास को जारी रखने का एक और शानदार मौका होगा। यह रोड टू आस्ट्रेलिया/न्यूजीलैंड 2023 परियोजना का हिस्सा है।’’

चार स्थितियों में मदद करती है वीएआर तकनीक

वीएआर तकनीक रैफरी के फैसला लेने की प्रक्रिया में मैच को बदलने वाली चार अहम स्थितियों में मदद करती है जिसमें गोल और गोल से पहले हुए अपराध, पेनल्टी से जुड़े फैसले और पेनल्टी से पहले के अपराध, सीधे लाल कार्ड दिए जाने की घटनाएं और खिलाड़ियों की गलत पहचान शामिल है। पूरे मैच के दौरान वीएआर टीम मैच का रुख बदलने वाली इन चारों परिस्थितियों से जुड़ी स्पष्ट गलतियों पर लगातार नजर रखती है। वीएआर टीम हालांकि स्पष्ट गलतियों या गंभीर घटनाओं से चूकने की स्थिति में ही रैफरी से संपर्क करती है।

भारत में होने वाला अंडर-17 विश्व कप तीसरा फीफा महिला टूर्नामेंट होगा जिसमें वीएआर का इस्तेमाल होगा। इससे पहले कोस्टा रिका में 2022 में महिला अंडर-20 विश्व कप और 2019 में फ्रांस में फीफा महिला विश्व कप में इस तकनीक का इस्तेमाल हो चुका है। भारत में दूसरी बार वीएआर तकनीक इस्तेमाल की जाएगी। इसे पहले इस साल जनवरी-फरवरी में भारत में एएफसी महिला एकशिया कप के दौरान क्वार्टर फाइनल चरण से इस तकनीक का इस्तेमाल हुआ था।

रैफरी समिति ने साथ मैच अधिकारियों की घोषणा

फीफा की मैच रैफरी समिति ने साथ ही टूर्नामेंट के लिए मैच अधिकारियों की घोषणा की जिसमें 14 महिला रैफरी, 28 महिला सहायक रैफरी, तीन सहायक रैफरी और 16 वीडियो मैच अधिकारी शामिल हैं। एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) का प्रतिनिधित्व सात सदस्यों संघों के 14 रैफरी, सहायक रैफरी और वीडियो मैच अधिकारी करेंगे। थाईलैंड की पांसा चेसानित, उज्बेकिस्तान की एदिता मिराबिकोवा और कोरिया की ओ हियोन जियोंग को रैफरी चुना गया है। ये तीनों पहली बार फीफा टूर्नामेंट में मुख्य रैफरी होंगी।

इन साथ सहायक रैफरी के रूप में थाईलैंड की सुपावान हिंथोंग और नुआनिद डोनजियांग्रीद, आस्ट्रेलिया की योआना चराकतिस, उज्बेकिस्तान की क्रिस्टीना सेरेदा और चीन की फेंग यान और शेई लिजुन जुड़ेंगी। इसके अलावा वीएआर तकनीक में पांच वीडियो अधिकारी होंगे जिसमें यूएई के ओमर मोहम्मद अल अली, सीरिया की हना हताब, थाईलैंड की सिवाकोर्न पू-उदोम और आस्ट्रेलिया की लारा ली और केसी रेईबेल्ट शामिल हैं।
 

अगली खबर