कोविड-19 महामारी की वजह से पूरी दुनिया में खेल गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। टेनिस को इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है। विंबलडन, फ्रेंच ओपन ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट रद्द होने के बाद अब साल के आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट यूएस ओपन पर भी तलवार लटकती दिख रही है। इस दौरान एटीपी कार्यक्रम के तमाम टूर्नामेंट भी नहीं हो पाए हैं जिससे आर्थिक रूप से टेनिस जगत को करारा झटका लगा है। हालांकि इसके बावजूद सबसे पुरानी चैंपियनशिप विम्बलडन के आयोजकों ने शुक्रवार को एक बड़ा ऐलान कर दिया।
बेशक टेनिस जगह को आर्थिक रूप से झटका लगा है लेकिन विम्बलडन 620 खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि के रूप में 1.25 करोड़ डॉलर बांटेगा। ऑल इंग्लैंड क्लब ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की है। बीमा प्रदाता कंपनी के साथ सलाह मश्विरे के बाद क्लब के अधिकारियों ने कहा कि मुख्य ड्रा में भाग लेने वाले 256 में से प्रत्येक खिलाड़ी को 31,000 डालर की राशि दी जायेगी।
क्वालीफाइंग राउंड में हिस्सा लेने वालों को भी..
वहीं जो 224 खिलाड़ी क्वालीफाइंग राउंड में भाग लेते, उन्हें भी प्रत्येक को 15,600 डालर की राशि मिलेगी। ऑल इंग्लैंड क्लब के मुख्य कार्यकारी रिचर्ड लुईस ने कहा, ‘‘चैम्पियनशिप के रद्द होने के तुरंत बाद हमने अपना ध्यान इस बात पर लगा दिया कि हम उन लोगों की कैसे मदद कर सकते हैं जो विम्बलडन को आयोजित करने में सहायता करते हैं।’’
इसके साथ ही 120 खिलाड़ी युगल स्पर्धाओं में हिस्सा लेते। प्रत्येक को 7,800 डॉलर, व्हीलचेयर स्पर्धा में भाग लेने वाले 16 खिलाड़ियों को 7,500 डॉलर और ‘क्वैड’ (चार खिलाड़ियों की) व्हीलचेयर स्पर्धा में भाग लेने वाले चार खिलाड़ियों को 6,200 डॉलर दिये जायेंगे। जाहिर तौर पर विम्बलडन ने यहां पर मिसाल पेश करने की कोशिश की है, अब देखना ये होगा कि इस फैसले के बाद क्या अन्य टूर्नामेंट या अन्य खेलों की तरफ से भी ऐसे फैसले आते हैं क्योंकि शीर्ष स्तर पर ज्यादातर टूर्नामेंट बीमा से कवर होते हैं।