पोटचेफ्सट्रूम: भारतीय महिला हॉकी टीम ने शनिवार को पूल के शुरुआती मैच में अपने से कम रैंकिंग वाली वेल्स को 5-1 से हराकर एफआईएच जूनियर विश्व कप में अपना अभियान शानदार ढंग से शुरू किया। भारतीय टीम के लिये लालरेमसियामी ने चौथे, लालरिंडीकी ने 32वें और मुमताज खान ने 41वें मिनट में मैदान गोल जबकि लालरिंडीकी ने 57वें और दीपिका ने 58वें मिनट में अंत में दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला। वेल्स के लिये एकमात्र गोल मिली होम ने 26वें मिनट में किया।
मैच में भारतीयों ने शुरू में ही पेनल्टी कॉर्नर हासिल कर अच्छी शुरुआत की लेकिन वेल्स की गोलकीपर ने दीपिका की ड्रैग फ्लिक को रोक दिया। लेकिन वेल्स की टीम भारत को लंबे समय तक नहीं रोक सकी और लालरेमसियामी ने संगीता कुमारी के शॉट को गोल की ओर डिफ्लेक्ट कर चौथे मिनट में बढ़त दिला दी।
शुरू में वेल्स ने भारतीय रक्षापंक्ति की परीक्षा ली लेकिन उसकी खिलाड़ी गोलकीपर बिचू देवी को नहीं पछाड़ सकीं। वेल्स ने दूसरे क्वार्टर में होम के मैदानी गोल के जरिये स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। छोर बदलने के बाद वेल्स की टीम आक्रामक हो गयी लेकिन तीसरे क्वार्टर के दूसरे ही मिनट में भारत ने लालरिंडीकी के मैदानी गोल से स्कोर 2-1 कर दिया। भारतीयों ने दबाव बनाना जारी रखा और 41वें मिनट में मुमताज के गोल से 3-1 की बढ़त बना ली।
इसके बाद से भारतीयों का दबदबा जारी रहा और वेल्स की रक्षात्मक पंक्ति को अपने प्रतिद्वंद्वियों के लगातार हमले रोकने में मुश्किल हो रही थी। भारतीय कप्तान सलीमा टेटे ने अपने ड्रिबलिंग कौशल से अपनी टीम के लिये मौके बनाकर शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने चौथे क्वार्टर में कुछ पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये लेकिन भारतीय खिलाड़ी इन मौकों का फायदा नहीं उठा सकीं।
मैच खत्म होने में चार मिनट का ही समय रह गया था कि दीपिका को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला और लालरिंडीकी रिबाउंड पर गोल करने के लिये सही जगह मौजूद थीं जिससे भारतीय टीम का स्कोर 4-1 हो गया। एक मिनट बाद लालरिंडीकी ने भारत के लिये एक पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और दीपिका ने अपनी ड्रैगफ्लिक से वेल्स की गोलकीपर को कोई मौका नहीं देकर गोल दागा।
भारतीय टीम अब रविवार को पूल डी के दूसरे मैच में मजबूत जर्मनी के सामने होगी। फिर अंतिम पूल मैच में टीम मलेशिया से भिड़ेगी जिसके बाद आठ अप्रैल से क्वार्टर फाइनल दौर शुरू होंगे।