मुंबई: भारत को रविवार को चल रही एएफसी महिला एशियाई कप फुटबॉल प्रतियोगिता से हटना पड़ा, क्योंकि मेजबान टीम चीनी ताइपे के खिलाफ मैच के लिए अपनी टीम का नाम खिलाड़ियों के चोटिल और कोरोना संक्रमित होने के कारण देने में विफल रही।
बगैर मुकाबले के बाहर हुआ भारत
नियम के अनुसार, एक टीम को एक मैच में प्रतिस्पर्धा करने के लिए कम से कम 13 खिलाड़ियों को रखने में सक्षम होनी चाहिए। भारतीय टीम के पास केवल 11 फिट खिलाड़ी उपलब्ध थीं। भारतीय खिलाड़ियों की ये संख्या डीवाई पाटिल स्टेडियम में चीनी ताइपे के खिलाफ रविवार को खेले जाने वाले मुकाबले में मैदान पर उतरने के लिए नाकाफी थी।
2 खिलाड़ी नहीं हो पाए मैच से पहले फिट
टीम की 23 खिलाड़ियों में से दो को आइसोलेशन में जाना पड़ा है, क्योंकि 20 जनवरी को प्रतियोगिता में भारत के शुरुआती मैच से पहले वे कोरोना संक्रमित पाई गई थीं। सूत्रों के मुताबित शनिवार को मेजबान टीम के पास 13 खिलाड़ी उपलब्ध थीं, जो कोविड-19 से पीड़ित नहीं थीं, लेकिन उनमें से दो घायल हो गई। वो दो घायल खिलाड़ी समय पर फिट नहीं हो सकीं और इस तरह चीनी ताइपे के खिलाफ मैच के लिए एक टीम का चयन नहीं किया जा सका।
भारत नहीं दे पाया 13 खिलाड़ियों के नाम
एएफसी ने रविवार को एक बयान में कहा, 'एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) ने पुष्टि की है कि एएफसी महिला एशियाई कप भारत 2022 मैच चीनी ताइपे और भारत के बीच नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में आज नहीं खेला जा सकता है। कोविड-19 के कई मामले आने के बाद, भारत चीनी ताइपे के खिलाफ मैच के लिए आवश्यक न्यूनतम 13 खिलाड़ियों का नाम देने में विफल रहा।'
बयान में कहा गया, 'कोविड-19 महामारी के दौरान एएफसी प्रतियोगिताओं के लिए लागू विशेष नियम के अनुच्छेद 4.1 के अनुसार, भारत मैच में भाग लेने में असमर्थ था।'
इस नियम के अनुसार, भारतीय टीम को प्रतियोगिता से हटना माना जाता है। हालांकि अनुच्छेद 4 में मैच के पुनर्निर्धारण के प्रावधान हैं, एएफसी एशियन कप इंडिया 2022 के मामले में ऐसा नहीं किया जा सका, क्योंकि यह एक प्रतियोगिता है और कार्यक्रम पूर्व निर्धारित है।