राजकोट : अमरेली जिले के एक तटीय गांव उछैया की खेत में मंगलवार सुबह पांच साल के किशोर देविपुजक दहाड़ की आवाज सुनकर अचानक जग गया। जब उसकी आंख खुली तो शेर को दो सुंदर बच्चे उसके पास मौजूद थे। वह उठा और शेर के बच्चों के साथ खेलना शुरू कर दिया। वह नहीं जानता था कि उसकी मां शेरनी वहीं आस-पास है। इससे पहले वह लड़का कुछ सोचता। शेरनी उसकी ओर झपट पड़ी। गुस्से में उस पर हमला कर दिया। शेरनी इतने गुस्से में थी कि उसने उसके शरीर के कुछ हिस्से को खा लिया। उसकी मौत हो गई।
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना राजुला शहर से 12 किलोमीटर और एपीएम टर्मिनल के बंदरगाह पीपावाव से तीन किलोमीटर दूर सुबह चार बजे से 5 बजे के बीच की है। किशोर खेत में अपनी झोपड़ी के बाहर खुले में सो रहा था। उसकी झोपड़ी बंदरगाह जाने वाले रास्त में रलवे ट्रैक के बगल में है। उसके मां-बाप खेत में मजदूरी करते हैं।
हलांकि वन अधिकारियों ने कहा कि शेरनी गलती से उस लड़के को शिकार समझकर खाई होगी क्योंकि हाल ही में उसी स्थान पर उसने एक बकरी को मारा दिया था। वन अधिकारी ने कहा कि शेरनी उस लड़के के गले को पकड़ा और बंदरगाह की दूसरी ओर घास के मैदान में करीब तीन किलोमीटर तक लेकर भाग गया। हालांकि उसके परिवार से सदस्यों ने उसका पीछा किया। शेरनी उन लोगों को जानती थी इसलिए उसी इलाके में घूम रही थी।
वन अधिकारी के मुताबिक शेरनी बहुत गुस्से में थी। वन विभाग की टीम ने उसे पकड़ने के लिए उसके लोकेशन का पता लगाया। वन अधिकारी के मुताबिक शेरनी ने उस लड़के का शेर और पैरों के हिस्सों को खा गया। गांव वालों ने बताया कि सुबह में कई शेर इस इलाके में घूमते हुए देखे गए।