नई दिल्ली: कोरोना वायरस कितना खतरनाक है ये लोग जानते हैं ये जानलेवा है इसस बचने की कवायद में दुनिया के तमाम मुल्क लगे हुए हैं, कई देशों में लॉकडाउन किया गया है भारत में भी 21 दिन का लॉकडाउन है और लोग इसका पालन करते हुए सोशल डिस्टैंसिंग का पालन कर रहे हैं और अपने घरों में ही हैं।
लेकिन ये इंडिया है यहां मना करने के बाद भी कुछ लोग इसका उल्लंघन भी कर रहे हैं वहीं कई लोग इस बीमारी की गंभीरता को कम आंकते हुए इसको लेकर मजाक भी उड़ा रहे हैं।
इस बीच सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो सामने आया है जिसमें एक शख्स पांच-पांच सौ के नोटों से नाक पोंछ रहा है उसका कहना है कि कोरोना जैसी बीमारी का कोई इलाज नहीं हैं क्योंकि यह बीमारी नहीं अल्लाह का अजाब यानि श्राप है आप लोगों के लिए...
वहीं नासिक ग्रामीण पुलिस ने ट्वीट करके कहा है-आरोपी के खिलाफ पुलिस ने कानूनी कार्रवाई की है आरोपी पुलिस कस्टडी में है।' इससे पहले दिल्ली में मिलता जुलता मामला सामने आया था, जमात की इमारत से बाहर निकाले गए लोगों को एक क्वारंटीन सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उन्होंने डॉक्टर्स और अन्य कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया और यहां तक कि उनके ऊपर थूका भी।
उत्तर रेलवे के सीपीआर के मुताबिक तब्लीगी जमात, निजामुद्दीन से 167 लोगों को मंगलवार रात 5 बसों में तुगलकाबाद क्वारंटाइन सेंटर ले जाया गया था। वहां 97 लोगों को डीजल शेड ट्रेनिंग स्कूल हॉस्टल में और बाकी 70 को RPF बैरक क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया।
ये लोग बुधवार को सुबह से ही अनियंत्रित थे और खाने पीने की अनुचित मांग कर रहे थे। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया। इतना नहीं वहां काम करने वाले लोगों और डॉक्टर्स पर थूकना भी शुरू कर दिया। वे हॉस्टल बिल्डिंग में जहां-तहां घूम रहे थे।'
गाजियाबाद में अस्पताल में तब्लीगी जमात के लोग आंशिक रूप से घूम रहे हैं नग्न
वहीं गुरुवार को उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में सीएमओ ने शिकायत की है कि अस्पताल में तब्लीगी जमात के लोग आंशिक रूप से नग्न (बिना पतलून के) घूम रहे हैं और गंदे इशारे कर रहे हैं, अश्लील संकेत दे रहे हैं, अनुचित संगीत सुन रहे हैं और सिगरेट की मांग कर रहे हैं जो नर्सों के लिए बड़ा ही अशोभनीय हो रहा है।
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि तब्लीगी जमात से जुड़े जो कोरोना संदिग्ध भर्ती किए गए हैं, उनका व्यवहार बहुत ही गलत है ये लोग नर्सों के सामने ही कपड़ा बदलने लगते हैं और छोटी-छोटी बात पर हंगामा खड़ा कर रहे हैं इस स्थिति के चलते अस्पताल का स्टॉफ खासा परेशान है।