मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल ने छुट्टी के लिए एक एप्लीकेशन लिखी जिसमें लीव के लिए ऐसी बात लिखी जो अधिकारियों को नागवार गुजरी और उन्होंने कांस्टेबल को लाइन अटैच कर दिया। भोपाल ट्रैफिक पुलिस में कांस्टेबल दिलीप कुमार अहिरवार को साले की शादी के लिए 5 दिनों की छुट्टी चाहिए थी, इसके लिए उसने एप्लीकेशन दी।
दिलीप कुमार अहिरवार नाम के कांस्टेबल ने अपने सीनियर ऑफिसर को भेजे गए लीव एप्लीकेशन में लिखा है, 'मैं भोपाल यातायात थाना में पदस्थ हूं, अपने सगे साले की शादी में 11 दिसंबर को जाना है, इस शादी में मुझे जाना अति आवश्यक है, श्रीमान से निवेदन है कि मुझे 5 दिन की छुट्टी प्रदान की कृपा करें, इसी एप्लीकेशन में नीचे कांस्टेबल दिलीप ने एक नोट भी लिखा है, 'प्रार्थी की पत्नी ने स्पष्ट कहा है कि अगर भाई की शादी में नहीं आए तो परिणाम अच्छा नहीं होगा।'
छुट्टी के आवेदन में टिप्पणी देख अधिकारियों ने उसे लाइन हाजिर करने के आदेश जारी किए, बताया जा रहा है कि कांस्टेबल के आवेदन पत्र में दर्ज टिप्पणी को अनुशासनहीनता मानते हुए सिपाही को लाइन हाजिर किया गया है।
पुलिस ने कहा कि छुट्टी के लिए आवेदन दिया जा सकता है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इस तरह आवेदन में कुछ भी लिख दिया जाए, उन्होंने बताया कि वह 28 नवंबर तक छुट्टी पर था हर बार कोई न कोई कारण बताकर अवकाश पर चल जाता है, बीते 11 महीने में 55 छुट्टियां ले चुका है।