गुवाहाटी : स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए असम सरकार ने एक नायाब मिसाल पेश की है। गुवाहाटी में बांस से बने एक फुटओवर ब्रिज का निर्माण हुआ है। यह फुटओवर ब्रिज देखने में काफी सुंदर और लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। असम के बांस दुनिया भर में मशहूर हैं और इनसे फुटओवर ब्रिज का निर्माण से इस देसी उत्पाद की मांग के जोर पकड़ने की उम्मीद है।
खानपाड़ा में बना है बांस का फुटओवर ब्रिज
बता दें कि गत 14 फरवरी को राज्य के मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने गुवाहाटी में तीन पुलों का उद्घाटन किया। इन तीन में से एक पुल खानपाड़ा में है जिसे बांस से तैयार किया गया है। इस फुटओवर ब्रिज का इस्तेमाल लोग सड़क के एक तरफ से दूसरी तरफ जाने में करेंगे। यही नहीं, राजधानी के मुख्य मार्ग पर बना यह फुटओवर ब्रिज राज्य में बांस की महत्ता एवं उसके अलग-अलग उपयोग के बारे में लोगों को बताएगा।
लोगों को काफी पसंद आ रहा ब्रिज
बांस से बना यह फुट ओवरब्रिज लोगों को काफी पसंद आ रहा है। लोगों को उम्मीद नहीं थी कि बांस का उपयोग कर इस तरह के खूबसूरत ब्रिज का निर्माण किया जा सकता है। सोशल मीडिया पर इस फुटओवर ब्रिज की काफी चर्चा हो रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस फुटओवर ब्रिज के बारे में लोगों ने अपनी तरह-तरह की प्रतिक्रयाएं दी हैं। एक यूजर ने ओवरब्रिज के उद्गाघाटन की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'बांस से बान सुंदर एवं रमणीय फुट ओवरब्रिज।'
'गुवाहाटी में आपका स्वागत है'
खास बात यह है कि यह ओवरब्रिज शहर में प्रवेश करते ही लोगों को नजर आएगा। इस पर टंगे साइनबोर्ड पर लिखा है, 'गुवाहाटी में आपका स्वागत है।' खानपाड़ा में बने इस फुटओवर ब्रिज की खूबसूरती में रात के समय और इजाफा हो जाता है। यहां रात के समय प्रकाश की रोशनी में यह पुल और सुंदर दिखता है। गत रविवार को दिसपुर और कामाख्या में अन्य पुलों को भी उद्घाटन हुआ।
बांस का उत्पादन करने वाल सबसे बड़ा राज्य है असम
बांस का उत्पादन करने वाला असम देश का सबसे बड़ा राज्य है। राज्य में बांस की करीब 50 अलग-अलग प्रजातियां हैं। देश में उत्पादन होने वाले कुल बांस का 60 प्रतिशत हिस्सा असम से आता है। बांस राज्य की संस्कृति एवं आजीविका से जुड़ा हुआ है। यहां बांस से बड़ी संख्या में वस्तुओं एवं कलाकृतियों का निर्माण होता है। इसने स्थानीय कौशल को बढ़ाने में योगदान दिया है। असम में बांस से जुड़ी हुई इतनी गतिविधियां होती हैं कि राज्य में इसे बांस उद्योग का दर्जा प्राप्त है।