बरेली : जब हम गाय को मां मान सकते हैं तो बछड़े को बच्चा क्यों नहीं? यही सवाल आया था बरेली के किसान दंपति के मन में और उन्होंने बछड़े को गोद लेने का फैसला किया। फिर उसे अपना 'बेटा' बना लिया और धूमधाम से मुंडन भी कराया, जिसमें करीब 500 मेहमान शामिल हुए।
यह अनूठा कदम उठाने वाले किसान दंपति बरेली के रहने वाले विजयपाल और राजेश्वरी देवी हैं, जिन्हें शादी के 15 साल बाद भी औलाद नहीं हुई। ऐसे में उन्होंने उस बछड़े को गोद लेने का फैसला किया, जिसकी मां को विजयपाल के पिता इस घर में लेकर आए थे। विजयपाल के माता-पिता अब नहीं हैं और उनकी दो छोटी बहनों की भी शादी हो चुकी है। शाहजहांपुर स्थित अपने घर में वह अकेलापन महसूस कर रहे थे।
'टाइम्स ऑफ इंडिया' के अनुसार, जिस गाय को विजयपाल के पिता लेकर घर आए थे, उसके निधन के बाद बछड़ा अकेला रह गया था। इसके बाद दंपति ने उसे बेटे की तरह गोद ले लिया, क्योंकि वह भी अपनी मां के निधन के बाद उसी तरह अकेला रह गया था, जैसे विजयपाल अपने माता-पिता के निधन के बाद अकेले रह गए थे। विजयपाल के मुताबिक, 'जब हम गाय को मां की तरह स्वीकार कर सकते हैं तो बछड़े को बेटा क्यों नहीं बना सकते?'