Weird News: ये दुनिया रहस्यमयी चीजों से भरी पड़ी है। हालांकि, समय-समय पर इनके बारे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे होते रहे हैं। कई बार तो चीजों पर यकीन तक करना मुश्किल हो जाता है। आज हम आपको एक ऐसे ही मामले से रू-ब-रू कराने जा रहे हैं। जिसके बारे में जानकर एक पल के लिए आप भी दंग रह जाएंगे। इतना ही नहीं हो सकता है आपको इस पर यकीन तक करना मुश्किल हो जाए कि क्या सच में ऐसा है? तो चलिए, आपको ज्यादा इंतजार ना करवाते हुए सच्चाई के बारे में बताते हैं...
आमतौर पर आप किसी भी स्टेशन पर चले जाएं लोगों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन, इस देश में एक ऐसा स्टेशन है जहां आज भी लोग जाने से डरते हैं। इतना ही नहीं शाम होने के बाद तो उस स्टेशन पर सन्नाटा पसरा रहता है। अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ऐसा कौन स्टेशन है, जहां जाने से लोग डरते हैं। तो हम आपको बता दें कि इस स्टेशन का नाम बेगुन कोदार (Begun Kodar), जो कोलकाता में पड़ता है। इस स्टेशन का निर्माण वैसे तो साल 1960 में हुआ था। लेकिन, तकरीबन 40 साल तक यह स्टेशन पूरी तरह से बंद रहा। वहीं, जब दोबारा इस स्टेशन को खोला भी गया तो लोग अब जाने से डरते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस स्टेशन पर 'भूत' का साया है। ये बात पूरे इलाके में आग की तरह फैली हुई है। परिणाम लोग आज भी काफी डरे हुए हैं।
दरअसल, जब स्टेशन का निर्माण हुआ तो सबकुछ ठीक था। लेकिन, तकरीबन सात साल बाद एक कर्मचारी ने दावा किया कि इस स्टेशन पर 'भूत' है। रेलवे कर्मचारी ने इसके बारे में कई और कर्मचारियों को भी बताया। इतना ही नहीं कुछ और लोगों ने भी इस बात का समर्थन किया। लोगों का कहना था कि इस स्टेशन पर एक महिला की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी, जिसके बाद से उसका भूत यहां भटक रहा है। लेकिन, रेलवे के सीनियर अधिकारियों ने इस बात को दरकिनार कर दिया। कुछ समय बाद एक बड़ा हादसा हुआ, जिसके बाद सबकुछ बदल गया। रेलवे क्वार्टर में स्टेशन मास्टर और उनका परिवार मृत पाया गया।
लोगों का कहना था कि इस घटना में उसी महिला भूत का हाथ था। इसके बावजूद रेलवे अधिकारी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं थे। कुछ समय बाद दूसरे स्टेशन मास्टर को भेज दिया गया, लेकिन वह ज्यादा समय तक सही से नहीं रह पाया। लोगों का यहां तक कहना था कि शाम होते ही इस स्टेशन पर भूत दिखने लगता था। कई बार ट्रेन के सामने भूत को देखने का दावा किया गया, तो कई बार भूत को डांस करते हुए देखने का दावा किया गया। धीरे-धीरे लोगों में दहशहत बढ़ता गया और लोग स्टेशन पर आने से कतराने लगे। परिणाम ये हुआ कि इस स्टेशन पर ट्रेनों का रुकना बंद हो गया।
तकरीबन 40 साल तक ऐसा ही हाल रहा। लेकिन, 2009 में दोबारा स्टेशन को खोला गया। लेकिन, शाम होने के बाद इस स्टेशन पर कोई नजर नहीं आता। रात होने से पहले कर्मचारी भी निकल जाते हैं। क्योंकि, लोगों का कहना है कि इस स्टेशन पर अब तक भूत का साया है। बहरहाल, सच्चाई जो भी हो लेकिन इस स्टेशन पर अब लोग जाने से कतराते हैं।