नई दिल्ली: देश में चीन के उत्पादों के बहिष्कार और लोकल के लिए वोकल की मुहिम (vocal for local) के तहत देशभर में कई स्वयंसेवी संस्थाएं अभियान चला रही हैं। इस दिशा में न केवल संघ परिवार सामने आ रहा है, बल्कि भाजपा के सांसद भी प्रयासरत है। इसी सिलसिले में नई दिल्ली से भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi) ने अपने लोकसभा क्षेत्र में एक अनोखी पहल की है। मीनाक्षी ने अपने संसदीय क्षेत्र में स्वदेशी राखियां (Indigenous Rakhi) मुफ्त बांटने का अभियान शुरू किया है। इन स्वदेशी राखियों को खुद सांसद और उनके संसदीय क्षेत्र की महिला कारीगरों ने तैयार किया है।
अपने सरकारी आवास पर स्वदेशी राखियां लॉन्च करते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा कि यह प्रयास आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ता एक कदम है। उन्होंने कहा कि यह पहल मेक इन इंडिया और कौशल भारत कार्यक्रम का समर्थन करती है। इससे कोरोना महामारी के समय महिलाओं के लिए रोजगार पैदा होगा।
मीनाक्षी ने कहा कि दिल्ली के हर क्षेत्र में स्टॉल लगाकर स्वदेशी राखियां बांटी जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा, चीन 400 करोड़ रुपये का कारोबार करता है। ऐसे में अगर हम दिल्लीवासी स्वदेशी राखियों के इस्तेमाल की पहल करें तो चीन को एक बड़ा सबक मिलेगा और लोकल को ग्लोबल की मुहिम को आगे बढ़ा पाएंगे।
उन्होंने कहा, रक्षा बंधन के त्योहार पर अगर हम भारत के लोग अपनी बहनों द्वारा स्वदेशी राखी की खरीदारी किए जाने की प्रतिज्ञा करते हैं तो यह रोजगार के अवसरों के साथ-साथ इन श्रमिकों के लिए समर्थन भी पैदा करेगा।गौरतलब है कि स्वदेशी राखियां सांसद मीनाक्षी लेखी की नई दिल्ली स्थिति कार्यालय 14, महादेव रोड पर शुक्रवार से एक स्टॉल लगाया जा रहा है, जहां लोग अपनी पसंद की स्वदेशी राखियां ले सकते हैं। बताया गया है कि महिला श्रमिकों का समर्थन करने के लिए जो लोग भी इसके लिए राशि दान करना चाहते हैं, कर सकते हैं।
स्टॉल पर दान के उद्देश्य से एक गुल्लक भी रखा गया है, जहां हर कोई दान कर सकता है। आगे इस प्रकार के स्टॉल दिल्ली के सभी संसदीय क्षेत्रों में लगाए जाएंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से हिदायत दी गई है कि वे स्वदेशी राखियां ही खरीदें और लोगों को इसके लिए प्रेरित करें।दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने भी कहा, हम पूरी दिल्ली में स्वदेशी राखियों के स्टॉल लगाएंगे। इससे महिला श्रमिकों को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन बहनों का त्योहार है। यह पहल बहनों के लिए है और बहनों द्वारा भी है।
गुप्ता ने कहा, यदि हम अपने देश के विकास के बारे में बात करते हैं तो यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अपने देश में बने उत्पादों को प्रोत्साहित करें और लोग हमारे देश के लिए स्वदेशी उत्पाद खरीदें। दिल्ली भाजपा का कहना है कि अगले 10 दिनों में राजधानी दिल्ली के सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान और दुकानदारों से संपर्क किया जाएगा, जहां राखियों की खरीद-बिक्री की जा रही है। लोगों में भी सोशल मीडिया के जरिए जन जागरण चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत पार्टी महिला श्रमिकों को आर्थिक मदद के अलावा धागे और राखी से जुड़ी जरूरी सामान भी मुहैया करा रही है।