नई दिल्ली: जानकारी के मुताबिक खून की कमी से भारत में हर साल लगभग 30 से 35 लाख लोगों की मौत होती है। गौर हो कि भारत में हर साल बीमारियों और दुर्घटनाग्रस्त लोगों को करीब एक करोड़ 25 लाख यानि सवा करोड़ ब्लड यूनिट की आवश्यक्ता होती है। इसमें से केवल 90 लाख यूनिट ब्लड उपलब्ध हो पाता है और करीब 30 लाख लोगों को समय पर खून नहीं मिलने के कारण जान गंवानी पड़ती है।
कोरोना काल में मुंबई सहित कई राज्यों में अस्पतालों में रक्त की भारी कमी हो गई है। इसके लिए राज्यों में तमाम जगहों पर रक्तदान शिविर लगाए जा रहे हैं ताकि जरूरतमंद मरीजों को रक्त की कमी का सामना ना कम करने पड़े। इसी को ध्यान में रखते हुए मुंबई में माहिम-वर्ली विधानसभा क्षेत्रों में कॉर्पोरेटर समाधान सरवनकर ने लोअर परेल स्थित केईएम अस्पताल के साथ मिलकर इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया है। यह रक्त दान शिविर अपने ऑफर के चलते लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है और सोशल मीडिया के साथ मीडिया पर भी छाया हुआ है।
रक्तदान के बदले मिलेगा एक किलो चिकन या पनीर
रक्तदान के इस महाशिविर में एक यूनिट ब्लड डोनर को एक किलो चिकन या पनीर मिलेगा। जिसके अनुसार ब्लड डोनर को एक यूनिट ब्लड देने पर एक किलो चिकन मिलेगा और वेज ब्लड डोनर को पनीर मिलेगा। सर्वणकर ने सभी से रक्तदान करने की अपील की।
सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया जाएगा रक्तदान
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की रक्तदान की अपील के बाद इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शहर के न्यू प्रभादेवी रोड स्थित राजभाऊ सालवी ग्राउंड में 13 दिसंबर को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। हालांकि इसके लिए डोनर्स को सामान प्रेस के पास शिवसेना की शाखा 194 में अपना पंजीकरण कराना होगा। इस रक्तदान महाशिविर का उद्देश्य 100 यूनिट ब्लड के एकत्रित करना है। अब तक करीब 300 लोगों ने यहां पंजीकरण कर लिया है।
18 से 50 साल की आयु वाले लोग कर सकेंगे रक्तदान
यहां पर 18 से 50 साल की आयु वाले शारीरिक रूप से स्वस्थ लोग रक्तदान कर सकेंगे। रक्तादान के समय हॉस्पिटल्स के कर्मचारियों द्वारा पहले डोनर्स का बॉडी चेकअप किया जाएगा । समाधान सरवणकर ने बताया कि विश्व स्वास्थय संगठन की वेबसाइट पर पढ़ने के बाद उनके अंदर यह विचार आया। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने WHO कि वेबसाइट पर पढ़ा कि चिकन और पनीर इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ प्रोटीन और विटामिन का अच्छा स्रोत हैं तो इसे अपनी योजना में शामिल करने का निश्चय किया। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान व्यक्ति के स्वास्थ का ध्यान देना सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।
उद्धव ठाकरे ने रक्तदान के लिए लोगों से किया अपील
हाल ही में महीने के शुरुआती दिनो में उद्धव ठाकरे ने राज्य के लोगों को अस्पतालों में रक्त की भारी कमी से अवगत कराया था। उद्धव ने कहा था कोरोनाकाल में जब सब घरों में बंद हैं और अधिकतर कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर में रहकर काम करने का आदेश दिया है और इसके साथ ही कॉलेज, यूनिवर्सिटीज भी बंद हैं, जिसके चलते रक्त की भारी कमी हो गई है। क्योंकि कॉलेज, यूनिवर्सिटीज और कंपनियां रक्त संग्रह का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इसको लेकर उद्धव ठाकरे ने सभी राज्यवासियों से ब्लड डोनेट करने के लिए आग्रह किया था।