'हवाई यात्रा के दौरान डायपर पहनें फ्लाइट अटेंडेंट', कोरोना से बचाव के लिए चीन की सलाह

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Updated Dec 13, 2020 | 16:00 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

कोरोना वायरस संक्रमण के बीच विभिन्‍न एयरलाइंस ने कई सुरक्षा मानदंड अपनाए हैं। चीन ने इस संबंध में नया दिशा-निर्देश जारी किया है, जिसमें फ्लाइट अटेंडेंट्स को यात्रा के दौरान डायपर पहनने की सलाह दी गई है।

'हवाई यात्रा के दौरान डायपर पहनें फ्लाइट अटेंडेंट', कोरोना से बचाव के लिए चीन की सलाह
'हवाई यात्रा के दौरान डायपर पहनें फ्लाइट अटेंडेंट', कोरोना से बचाव के लिए चीन की सलाह  |  तस्वीर साभार: AP, File Image

बीजिंग : कोरोनोवायरस महामारी के दौरान हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की सुरक्षा को ध्‍यान में रखते हुए दुनियाभर में विभिन्‍न एयरलाइंस ने कई तरीके अपनाए हैं। बहुत सी एयरलाइन कंपनियां कम बुकिंग के साथ उड़ानों का संचालन कर रही हैं, क्योंकि उन्हें सोशल डिस्‍टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए यात्रियों की संख्‍या सीमित रखने के निर्देश दिए गए हैं।

यात्रियों को भोजन या अन्‍य चीज देते समय फ्लाइट अटेंडेंट का मास्‍क और डिस्पोजेबल दस्ताने पहनना अनिवार्य किया गया है। हालांकि चीन ने दो कदम और आगे बढ़ते हुए यात्रियों व फ्लाइट अटैंडेंट की सुरक्षा का हवाला देते हुए ऐसी सलाह दी है, जो सुर्खियां बटोर रही है। चीन ने संक्रमण का जोखिम कम करने के लिए फ्लाइट अटेंडेंट्स को डायपर पहनने की सलाह दी है। 

कोरोना से बचाव के लिए नए दिशा-निर्देश जारी

सिविल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ चाइना (CAAC) की ओर से जारी नए दिशानिर्देशों के अनुसार, COVID-19 संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए फ्लाइट क्रू क्रूज को डायपर पहनने की सलाह दी गई है। एपिडेमिक प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ एयरलाइंस के लिए तकनीकी दिशानिर्देश शीर्षक वाले 49 पेज के दस्तावेज में विमान यात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर सलाह दिए गए हैं।

इसमें फ्लाइट अटेंडेंट्स को मेडिकल मास्क, डबल-लेयर डिस्पोजेबल मेडिकल दस्ताने, चश्मे, डिस्पोजेबल टोपी, डिस्पोजेबल सुरक्षात्मक कपड़े और डिस्पोजेबल शू कवर पहनने की सलाह दी गई है। इसी में एक जगह लिखा है कि केबिन क्रू मेंबर्स को डिस्पोजेबल डायपर पहनने चाहिए, ताकि विशेष व अ‍परिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर उन्‍हें शौचालय के इस्‍तेमाल की आवश्‍यकता न पड़े।

यह अनुशंसा हालांकि केवल उन्‍हीं चार्टर उड़ानों पर लागू होती है, जो उन स्‍थानों से उड़ान भरती हैं या वहां पहुंचती हैं, जहां प्रति 10 लाख की आबादी पर कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 500 से अधिक हैं।

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