इजरायल पर मीडिया को कोसने लगे कुरैशी तो CNN की एंकर ने बोलती कर दी बंद, Video

इजरायल और मीडिया को लेकर कुरैशी जब बोल रहे थे तो बियान ने उन्हें बीच में रोक दिया और पूछा कि इनके 'मीडिया को नियंत्रित' और 'मीडिया कनेक्शन' वाले उनके बयान का क्या मतलब है।

   CNN Anchor  slams Pakistan FM Qureshi for his anti-Semitic slur
CNN की एंकर ने पाक के विदेश मंत्री को झिड़का।  |  तस्वीर साभार: Twitter

वाशिंगटन : इजरायल-फलस्तीन संकट पर गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा की बैठक में इस समस्या पर चर्चा हुई। इस बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इस संकट के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया। आमसभा की बैठक के बाद कुरेशी सीएनएन के साथ इंटरव्यू में भी इजरायल के खिलाफ टिप्पणी की और मीडिया पर कवरेज में पक्षपात करने का आरोप लगाया। सीएनएन की ग्लोबल अफेयर की सीनियर जर्नलिस्ट बियना गोलोड्रिगा के साथ बातचीत में कुरैशी ने कहा कि इजरायल का मीडिया संगठनों के साथ 'मिलीभगत' है और यह यहूदी देश 'मीडिया को नियंत्रित करता है।' 

एंकर ने कुरैशी को बीच में टोका
इजरायल और मीडिया को लेकर कुरैशी जब बोल रहे थे तो बियान ने उन्हें बीच में रोक दिया और पूछा कि इनके 'मीडिया को नियंत्रित' और 'मीडिया कनेक्शन' वाले उनके बयान का क्या मतलब है। इस पर कुरैशी के पास कोई जवाब नहीं था और वह हंसने लगे। बाद में कुरेशी सफाई देने लगे कि इजरायल के हमलों की कवरेज में मीडिया पक्षपात करता है और मीडिया संगठनों में उसका प्रभाव है। सीएनएन की पत्रकार ने कहा कि वह कुरैशी के बयान को 'यहूदियों के खिलाफ टिप्पणी' कहेंगी। 

उइगर मुस्लिमों पर सवाल टाल गए
यही नहीं कुरैशी से जब चीन के उइगर मुस्लिमों की दशा के बारे में जब सवाल पूछा गया तो वह उसे टाल गए। उन्होंने बस इतना कहा कि वह इस पर कोई 'सार्वजनिक रूप से कोई बयान नहीं देंगे।' हालांकि, इंटरव्यू में उन्होंने कश्मीर का मसला उठाने की कोशिश की। इजरायल के बारे में बयान देने के बाद कुरैशी की सोशल मीडिया में ट्रोलिंग हो रही है।  कुरैशी के इस इंटरव्यू को बियना ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर भी किया है। 


 
इजरायल पर लगाए आरोप
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा की आपात बैठक को संबोधित करते हुए कुरैशी ने कहा कि यूएनएससी को गाजा में युद्धविराम करने के लिए इजरायल पर दबाव बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इजरायल फलस्तीन के लोगों को 'मार रहा' है। इससे बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है और खाने-पीने जैसी आवश्यक वस्तुओं की किल्लत हो गई है।   

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