इस दुनिया में कई बार ऐसी घटनाएं घटती हैं, जिसके बारे में सुनकर लोग हैरान रह जाते हैं। कुछ सच्चाई पर तो यकीन तक करना मुश्किल हो जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ था दिल्ली के रहने वाले दो जुड़वां भाई सोहना और मोहना के साथ। एक शरीर से जुड़े होने के कारण उनके मां-बाप ने भी उनका साथ छोड़ दिया। लेकिन, दोनों भाईयों ने हिम्मत नहीं हारी और जिंदगी से जंग लड़ते रहे। अब दोनों भाईयों ने अपनी काबिलियत के दम पर सरकारी नौकरी हासिल की है। आलम ये है कि इन दोनों भाईयों की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं।
सोहना और मोहना का जन्म 14 जून 2003 को नई दिल्ली के सुचेता कृपलानी अस्पताल में हुआ था। दोनों एक ही शरीर से जुड़े थे। इन बच्चों को देखने के बाद हर कोई हैरान था। पहले तो लोगों को उम्मीद नहीं थी कि दोनों बच पाएंगे। लेकिन, बाद में गरीबी के कारण माता-पिता ने ही दोनों को छोड़ दिया। लेकिन, कहते हैं ना भगवान के देर है अंधेर नहीं, डॉक्टर्स ने उन दोनों की मदद की और पिंगलवाड़ा चैरिटेबल सोसाइटी से संपर्क किया। 2003 में स्वतंत्रता दिवस पर दोनों को एक घर दिया गया। इसके बाद दोनों ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कुछ करने का फैसला किया।
कामयाबी से दोनों भाई हैं खुश
दोनों पढ़ाई शुरू की और इस साल जुलाई में इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा पूरा किया और कंपनी में जूनियर इंजीनियर के पद पर भर्ती के लिए अप्लाई कर दिया। दोनों को कामयाबी भी मिल गई। सोहना-मोहना को पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में नौकरी मिल गई है। दोनों ने विगत 20 दिसंबर को ज्वाइन किया है। काम के बदल दोनों को 20 हजार रुपए सैलरी मिलेगी। इस कामयाबी से दोनों भाई काफी खुश हैं और अपना गुजर-बसर करेंगे। सोहना-मोहना ने मीडिया को बताया कि मौका देने के लिए वह पंजाब सरकार के आभारी हैं। पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ काम करेंगे। इसके अलावा उन्होंने पिंगलवाड़ा संस्थान का भी आभार जताया है। इस कामयाबी से लोग भी काफी खुश हैं और दोनों भाईयों की तारीफ कर रहे हैं।