नई दिल्ली: कई ऐसे लोग होते हैं जब उन पर कठिनाइयां आती हैं तो वो दबाव में आ जाते हैं और अपने सपनों का पीछा करना छोड़ देते हैं। जबकि कई ऐसे होते हैं, जो किसी भी हालात में अपने सपनों को पकड़े रखते हैं। केरल की सालिनी ने कुछ ऐसा ही किया है। मुवत्तुपुझा के पास चेरुवत्तूर के रहने वाली सालिनी ने कोरोना वायरस से संक्रमित रहते हुए भी अपनी परीक्षा देने का फैसला किया।
सालिनी ने पीपीई किट पहनकर एंबुलेंस में बैठकर पीसीएस स्टाफ नर्सिंग की परीक्षा दी। सालिनी ने परीक्षा से पहले कई दरवाजे खटखटाए ताकि उसे परीक्षा देने के लिए एक फैसिलिटी की व्यवस्था की जाए, लेकिन अधिकारियों से उसे कोई मदद नहीं मिली। सीपीएम त्रिपुनिथुरा पश्चिम के स्थानीय सचिव राकेश पाई और स्कूल की प्रिंसिपल विनीता के प्रयासों से चीजें उसके लिए संभव हुईं।
राकेश ने कहा, 'उसने शुरू में मार्गदर्शन के लिए परीक्षा केंद्र से संपर्क किया था कि परीक्षा के लिए किससे संपर्क किया जाए। उन्होंने उसे पीएससी और फिर डीएमओ से संपर्क करने को कहा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। शुक्रवार को उसने एफएलटीसी में एंबुलेंस ड्राइवर के माध्यम से मुझसे संपर्क किया।' उसका परीक्षा केंद्र गवर्नमेंट ब्यॉज VHSS, त्रिपुनिथुरा में था।
उन्होंने आगे कहा कि जब हमने इसके बारे में पूछताछ की, तो हमें पता चला कि एक फिटनेस प्रमाणपत्र और निरीक्षक की मंजूरी की आवश्यकता थी। हमने स्कूल अधिकारियों से बात की, और वे तैयार थे। परीक्षा की सभी व्यवस्थाएं सुगम हो गईं। कोविड के कारण किसी को भी उज्ज्वल भविष्य के लिए अवसर नहीं छोड़ना चाहिए।