नई दिल्ली : आम लोगों की शादी का टलना बड़ी बात नहीं होती है लेकिन किसी देश के प्रमुख की शादी अगर-अगर बार टलती रहे तो वह चर्चा का विषय बन जाती है। डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडेरिक्सन के साथ पिछले कुछ समय से ऐसा ही हो रहा है। फ्रेडेरिक्सन की शादी की तारीख तय हो गई थी लेकिन उन्हें तीसरी बार अपनी शादी टालनी पड़ी है। ऐसा कोरोना संकट से नहीं बल्कि यूरोपीय संघ की बैठक की वजह से डेनमार्क की पीएम को अपनी शादी टालनी पड़ी है। इस बात की जानकारी खुद फ्रेडेरिक्सन ने गुरुवार को दी।
बैठक के चलते टालनी पड़ी शादी
कोरोना संकट के दौर में दुनिया भर में लोगों की शादियां टालनी पड़ी हैं। हालांकि, कुछ ऐसे जोड़े भी हैं जिन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सात फेरे लिए हैं। फ्रेडेरिक्सन ने अपनी शादी टलने की जानकारी अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए दी है। उन्होंने अपनी और अपने मंगेतर बो टेंगबर्ग की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'मैं वास्तव में इस शानदार व्यक्ति के साथ शादी करने जा रही रही थी।' फ्रेडेरिक्सन ने आगे लिखा, 'जाहिर तौर पर यह इतना आसान नहीं है। ब्रसेल्स में काउंसिल की बैठक बुलाई गई है और यह बैठक जुलाई में शनिवार को उसी दिन है जिस दिन हमने शादी की सोची थी।'
'मुझे डेनमार्क के हितों का ध्यान भी रखना है'
उन्होंने कहा, 'चूंकि मुझे अपना काम करना है और डेनमार्क के हितों को ख्याल रखना है। इसलिए हमें अपनी शादी की योजना में बदलाव करना होगा। लेकिन जल्दी ही हम शादी कर लेंगे। मैं बो को शादी के लिए हां कहने जा रही हूं, उन्होंने बहुत धैर्य रखा है।'
बैठक में कोविड-19 से निपटने पर होगी चर्चा
यूरोपीय काउंसिल की बैठक 17-18 जुलाई को होनी है। इस बैठक में यूरोपीय संघ के सभी 27 देशों के प्रमुख शामिल होंगे। इस बैठक के बारे में फैसला पिछले सप्ताह एक वर्चुअल बैठक में लिया गया। खास बात यह है कि कोरोना संकट के दौरान ये नेता पहली बार बैठक में एक साथ मौजूद होंगे। बताया जा रहा है कि इस बैठक में 27 देशों के नेता कोविड-19 के संकट से उबरने के लिए रणनीति और यूरोपीय संघ के नए बजट के बारे में चर्चा करेंगे।