कहीं यमराज कर रहे अपील तो कहीं बच्चे गा रहे गाना,लॉकडाउन को कामयाब बनाने के अपना रहे हैं नए-नए तरीके

कोरोना से निपटने के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन लगा है जिसे कामयाब बनाने के लिए सरकारी मशीनरी के साथ आम लोग भी आगे आ रहे हैं और लोगों से इसे कामयाब बनाने की अपील कर रहे हैं।

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लॉकडाउन की गंभीरता को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए लोग अनोखे तरीका अपना रहे हैं 

नई दिल्ली: देश में कोरोना से निपटने की लड़ाई जारी है और इसको लेकर केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारें भी यथासंभव कदम उठा रही हैं इससे निपटने के क्रम में पीएम मोदी ने 21 दिन का लॉकडाउन किया हुआ है जिसका लोग पालन भी कर रहे हैं और घरों में ही हैं, वहीं ऐसा कहा जा रहा है कि लॉकडाउन की कामयाबी से ही कोरोना से निपटा जा सकता है।

लॉकडाउन की सफलता ही कोरोना वायरस से निपटने में कारगर हथियार है, वैसे तो तमाम लोग इसका पालन कर रहे हैं वहीं तमाम लोग ऐसे भी हैं जिन्हें ये बंदिश लग रही है और वो लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं।

इसको लेकर सरकार के साथ तमाम आम और खास लोग लॉकडाउन का पालन करने की अपील कर रहे हैं और इसके लिए वो आम जनता तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं ताकि लॉकडाउन को कामयाब बनाया जा सके जिससे कोरोना वायरस से संकट से देश बाहर आ सके।

इसी क्रम में कद में दुनिया की सबसे छोटी महिला ज्योति आम्गे ने लोगों से लॉकडाउन (बंद) के दौरान घरों में रहने और कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में मदद करने की अपील की।

कोविड-19 को लेकर जागरूकता फैलाने और लोगों से घरों में ही रहने की अपील करने के लिए में 26 वर्षीय आम्गे सोमवार को अपने गृह नगर नागपुर की सड़कों पर उतरीं। उनका कद मात्र 62.8 सेंटिमीटर है।

नागपुर पुलिस के साथ आम्गे ने लोगों से इस संक्रामक बीमारी से निपटने में स्थानीय प्रशासन की मदद करने और सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील की। आम्गे ने कहा कि नागपुर पुलिस ने उनसे आग्रह किया था कि वह जानलेवा संक्रमण को लेकर जागरुकता फैलाएं और लोगों से घरों में ही रहने की गुजारिश करें ताकि संक्रमण की चैन तोड़ने में मदद मिल सके।

महाराष्ट्र के सांगली में पुलिस ने लॉकडाउन की गंभीरता को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया है। यहां पुलिसकर्मी कोरोना की पोशाक पहनकर सड़कों पर लोगों को घरों में रहने की हिदायत दे रहे हैं। सांगली की सड़कों पर इन दिनों कोरोना का वेश धारण किए पुलिसकर्मी को अक्सर देखा जा सकता है। 

लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के मकसद से उत्तर प्रदेश में बहराइच पुलिस ने एक अनोखा तरीका अपनाया है। पुलिस ने अनूठा प्रयोग करते हुए अब ‘यमराज’ को सड़कों पर उतारा है। यह यमराज लोगों की जान लेने के लिए बल्कि बचाने के लिए सड़क पर उतरा है। यमराज ने लोगों को लक्ष्मण रेखा न पार करने के लिए अपने अंदाज में प्रेरित किया।  सड़क पर निकलते हुए यमराज कहते हैं कि लॉकडाउन का पालन करना है, मास्क लगाना है। हर किसी से एक मीटर दूर रहना है।

'मैं स्वयं यमराज हूं, मैं ही कोरोना हूं'
'यमराज' लॉकडाउन तोड़ने वालों को नसीहत देते हैं 'याद रखना, हमें नियमों का पालन करना है। यदि उल्लंघन होगा तो मैं स्वयं यमराज हूं, मैं ही कोरोना हूं। बता देता हूं, नहीं मानोगे तो धरती इंसानों से खाली हो जाएगी। मैं सबकी मृत्यु का कारण बन जाऊंगा। लापरवाही की तो अपने साथ ले जाऊंगा।' 

बौंडी थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर ब्रह्मानंद सिंह ने बताया कि उनके थाने के पुलिस कर्मी लवकुश मिश्रा को अभिनय का शौक है। नौकरी में आने से पूर्व वह रामलीला में अभिनय किया करते थे। सिंह ने कहा कि वैश्विक महामारी से लोगों को बचाने के लिये हमने अपने क्षेत्र में यह प्रयोग किया है। निश्चित ही प्रयोग सफल होता दिख रहा है और जो इक्का दुक्का लोगों के पुलिस के पीठ पीछे लॉकडाउन तोड़ने की खबरें आ रही थीं वह नगण्य हो चली हैं।

दो बहनों ने बनाया 'कोरोना' सॉन्ग, VIDEO हुआ वायरल
दो बहनों का एक वीडियो सॉन्ग सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की गुजारिश की गई है। जम्मू की रहने वाली साइबा गुप्ता और सायशा गुप्ता प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ती हैं।

'लोगों को घबराना नहीं चाहिए'
दोनों बहनों ने हाल ही में कोरोनो वायरस पर एक सॉन्ग तैयार किया जो लोगों को काफी पसंद आ रहा है। अपने सॉन्ग में साइबा और सायशा ने लोगों को लॉकडाउन नियम का पालन करने की अपील की है। दोनों बहनों ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा, 'स्थिति की गंभीरता को समझने के बाद हमने कोरोनो वायरस के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए अपना हिस्से की जिम्मेदारी निभाने का फैसला किया।

लोगों को घबराना नहीं चाहिए। उन्हें सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए और सभी आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए जैसा कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सुझाया है। लोगों को बार-बार हाथ धोना चाहिए। हाथ मिलाने के बजाए लोगों को एक-दूसरे को नमस्ते कहना चाहिए।'

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