नई दिल्ली : गूगल के सीईओ सुंदर पिचई दुनिया के टॉप टेक लीडर्स और साइंटिस्ट में से एक हैं। फिलहाल वे इसलिए सुर्खियों में हैं क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक ऐसी महिला की जमकर तारीफ की है जिसने क्वांटम फिजिक्स की परीक्षा में शून्य (0) अंक स्कोर किया था। उस महिला ने खुद अपनी प्रेरणादायक कहानी को सोशल मीडिया पर बताया है जिसे पिचाई ने शेयर करते हुए इंस्पायरिंग बताया है। जानते हैं पूरी कहानी-
आज सराफिना नैंसी दुनिया के नामी गिरामी संस्था बर्केले स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से खगोल भौतिकी विज्ञान में पीएचडी कर रही है। 26 वर्षीय ये खगोल भौतिकी वैज्ञानिक सुपरनोवा पर शोध कर रही है। सराफिना ने एक ट्वीट कर बताया कि 4 साल पहले क्वांटम फिजिक्स की परीक्षा में उसे 0 अंक प्राप्त हुए थे।
उसने आगे लिखा कि- मैं बेहद घबरा गई थी और मैंने अपने प्रोफेसर से मुलाकात की और उनसे कहा कि क्या मुझे भौतिकी विषय छोड़ कर कोई दूसरा विषय चुनना चाहिए। आज मैं खगोल भौतिक वैज्ञानियों में शीर्ष पर हूं और इस विषय पर 2 पेपर भी प्रकाशित कर चुकी हूं। ग्रेड ये तय नहीं करता है कि आप किसी चीज को करने के लिए पर्याप्त योग्य नहीं हो।
युवा खगोल भौतिक विज्ञानी सराफिना जो ब्रेस्ट कैंसर से भी पीड़ित रह चुकी हैं, उसकी ये प्रेरणादायक स्टोरी को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है। उसकी कहानी को देखकर कई अन्य लोगों ने भी अपनी प्रेरणादायक स्टोरी को खुलकर सबके सामने लाना शुरू कर दिया है।
लंदन के माइक टर्नर नाम के एक साइंटिस्ट ने सराफिना को धन्यवाद देते हुए लिखा कि ये एक प्रेरक सूत्र है। मैंने 2ए लेवल में ही स्कूल छोड़ दिया था लेकिन आज मैं यूरोप के बायोमेड साइंस में डायरेक्टर हूं। अपनी असफलता को आपको परिभाषित नहीं करने दें।
आप प्रेरणा हो। एक अन्य ने ट्वीट करते हुए लिखा- मैं तुम्हारी प्रशंसा करता हूं छोटी बहन। मुझे उम्मीद है कि मेरी भतीजीयां भी तुम्हारा अनुकरण करे। लिली एक स्टारशिप कमांडर बनना चाहती है।