अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद लोग देश छोड़ने के लिए जीतोड़ प्रयास कर रहे हैं। उधर तालिबान लोगों को देश में रहने की अपील कर रहा है कि किसी को परेशान होने की जरूरत नही हैं। वह मीडिया से बंदूक की नोक पर अपनी तारीफ करवा रहा है। एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एंकर के पीछे तालिबान लड़ाके बंदूक लेकर खड़े हैं। भयभीत न्यूज एंकर टीवी पर कह रहा है डरो मत। अब तालिबान के स्वतंत्र प्रेस के वादे पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
15 अगस्त को तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से पत्रकारों को निशाना बनाए जाने की खबरें सामने आर रही हैं। यह तब भी आया है जब तालिबान ने कहा कि वे देश में स्वतंत्र प्रेस को संचालित करने की अनुमति देंगे।
कुछ दिन पहले, टोलो न्यूज के साथ काम करने वाले एक अफगान रिपोर्टर और एक कैमरामैन को काबुल में तालिबान ने उस समय पीटा जब वे शहर में रिपोर्टिंग कर रहे थे। तालिबान लड़ाकों द्वारा राजधानी काबुल और नंगरहार प्रांत के जलालाबाद में पत्रकारों पर हमला करने की खबरें सामने आई हैं।
तालिबान लड़ाकों ने काबुल पर कब्जा करने के बाद से पिछले कुछ हफ्तों में पत्रकारों और उनके रिश्तेदारों के घरों पर छापेमारी की है। तालिबान ने जर्मन मीडिया संगठन डॉयचे वेले (DW) के लिए काम करने वाले एक रिपोर्टर के परिवार के एक सदस्य की भी हत्या कर दी है।