नई दिल्ली: कोरोना महामारी से दुनिया जूझ रही है भारत में भी इसका प्रकोप खासा बढ़ता जा रहा है सरकार इससे निपटने के लिए प्लान बनाकर काम कर रही है और इसी क्रम में देश में लॉकडाउन की अवधि भी 3 मई तक बढ़ा दी गई है। लोगों में कोरोना को लेकर खासा खौफ है इसलिए लोग अपना दिमाग लगाकर या कहीं से आधी अधूरी जानकारी के आधार पर इससे निपटने के तरीके आजमा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि राजस्थान के अजमेर जिले के गांव मायपुर गांव के लोगों की अधिकांश आबादी ने अपने बाल मुंडवा दिए हैं इसके पीछे तर्क ये दिया जा रहा है कि नाई की दुकान से संक्रमण ना फैले वहीं कहा ये भी जा रहा है कि लॉकडाउन में हेयर कटिंग की दुकानें बंद हैं तो ऐसे में बच्चों व युवाओं ने खुद ही एक-दूसरे के सिर मूंड दिए हैं।
गांव की तीन तरफ की सीमाओं को युवाओं ने पूरी तरह से सील कर रखा है और युवा लोगों की टीमें लगा रखी हैं ताकि बाहर से किसी की भी आवाजाही गांव में ना हो सके, यह टीम गांव में प्रवेश की चाह रखने वाले हर व्यक्ति को गांव की सीमा पर ही रोक देती हैं।
इंदौर के पुलिस वाले अपना सिर मुंडवा रहे
वहीं इंदौर के पुलिसकर्मी इन दिनों अपना सिर मुंडवा रहे हैं और इसे महामारी से बचाव के जतन के रूप में देख रहे हैं।चश्मदीदों ने बताया कि चंदन नगर और शहर के कुछ अन्य स्थानों पर तैनात पुलिसकर्मियों ने अपने सिर मुंडवाए हैं। चंदन नगर पुलिस थाने के प्रभारी ने बताया, 'हमारे थाने के एक प्रधान आरक्षक और चार आरक्षकों ने अपना सिर मुंडवा लिया है। उन्होंने यह कदम कोरोना वायरस से बचाव की सावधानी के तौर पर उठाया है क्योंकि उन्हें लगता है कि वे बालों के जरिये भी संक्रमित हो सकते हैं।'
उन्होंने कहा, 'कोरोना वायरस से संक्रमित इलाकों में ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मी अपने हाथों पर सेनेटाइजर का लगातार इस्तेमाल कर रहे हैं। मुंडन कराने वाले पुलिसकर्मियों का मानना है कि चूंकि अब उनके सिर पर बाल नहीं हैं, तो वे इस महामारी से बचाव की अतिरिक्त सावधानी के तौर पर अपने सिर पर भी सेनेटाइजर लगा सकते हैं।'
शहर में अब तक कोविड-19 के कुल 544 मरीज मिले हैं। इनमें से 37 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है।