इंदौर : केंद्र सरकार के सालाना स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश के शहर इंदौर को लगातार पांचवीं बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। इसके साथ ही यहां नगर निगम के कर्मचारी खुशी से उछल पड़े। वार्षिक स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 के नतीजों की घोषणा शनिवार को की गई, जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विजेताओं को सम्मानित भी किया। सबसे साफ-सुथरे शहर में इंदौर जहां पहले स्थान पर रहा, वहीं इस मामले में दूसरा स्थान गुजरात के सूरत और तीसरा स्थान आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा को मिला।
इंदौर को लगातार पांचवीं बार देश का सबसे साफ शहर घोषित किए जाने के बाद यहां नगर निगम के कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई, जिनके प्रयासों के बगैर यह मुमकिन नहीं था। इंदौर नगर निगम (IMC) के कर्मचारियों की यह खुशी उस वीडियो में साफ देखी जा सकती है, जिसमें वे ढोल-नगाड़ों की थाप पर खुशी से नाचते-झूमते नजर आ रहे हैं।
इंदौर इससे पहले वर्ष 2017, 2018, 2019 और 2020 में केंद्र सरकार की ओर से कराए गए स्वच्छता सर्वेक्षणों में भी पहले स्थान पर रहा था। इस साल होने वाले सर्वेक्षण के लिए इंदौर नगर निगम ने सबसे साफ शहर का खिताब बरकार रखने के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया था। इसके लिए नगर निगम की ओर से 'इंदौर लगाएगा स्वच्छता का पंच' नारा भी दिया गया था।
इंदौर में जहां गंदे पानी के प्रबंधन के लिए सर्वश्रेष्ठ इंतजाम किए गए हैं, वहीं गीले व सूखे कचरे का प्रसंस्करण भी यहां इस तरह से किया जाता है कि इससे बायो-सीएनजी, कम्पोस्ट खाद तथा अन्य उत्पाद बनाए जा सकें। इस काम में यहां निजी कंपनियां लगी हैं। नगर निगम उन्हें कचरा मुहैया कराता है, जिसके बदले हर साल उसे प्रीमियम के तौर पर करीब आठ करोड़ रुपये मिलते हैं।