नई दिल्ली: फैशन और खुद को और ज्यादा बनाने की कोशिश... ऐसी कई वजहों से हम अक्सर अपने शरीर के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश करते हैं। इसमें कोई बुराई भी नहीं जब तक कि जागरुकता के साथ एक सीमा तय की जाए कि शरीर में बदलाव लाने की कोशिश में हम किस हद तक जाएंगे लेकिन खुद को मौजूदा स्थिति में स्वीकार न करना और अलग दिखने की कोशिश में हद से आगे निकल जाना कितना खतरनाक हो सकता है इसका एक मामला हाल ही में सामने आया है जहां एक मॉडल को अपनी आंख की रोशनी गंवानी पड़ी।
इस विदेशी मॉडल ने आंख जैसे संवेदनशील अंग पर काले रंग का टैटू बनवाया था, जिसके बाद एक आंख की रोशनी पूरी तरह से जा चुकी है जबकि दूसरी आंख से भी मॉडल अंधी होने की कगार पर है।
पोलैंड में व्रोकला की रहने वाली अलेक्जेंड्रा सादोव्स्का एक टैटू कलाकार के पास गई थीं। वह रैप कलाकार पोपेक के लुक को कॉपी करते हुए अपनी आंखों में कुछ बदलाव करवाते हुए टैटू बनवाना चाहती थीं। इस टैटू को बनवाने के बाद उनकी आंखें काली हो गईं।
हमेशा के लिए बदल जाता है आंखों का रंग: आंखों के गोले पर बनवाए जाने वाले इस टैटू को स्क्लेरल टैटू भी कहा जाता है। यह शरीर में बदलाव की एक चरम कोशिश है जिसमें इंक इंजेक्ट करके किसी व्यक्ति की आंखों के सफेद हिस्से को स्थाई रूप से अलग रंग दिया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद लंबे समय में शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है, यह बात अज्ञात हैं।
टैटू बनवाने के बाद ही शुरु हुआ दर्द: डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार आंखों में बदलाव की प्रक्रिया के बाद से ही 25 वर्षीय मॉडल की आंखों में दर्द की शिकायत शुरु हो गई। टैटू बनाने वाले स्थानीय टैटू कलाकार ने इस दर्द को सामान्य बताते हुए महिला को दर्द मिटाने वाली दवा (पेन किलर) लेने की सलाह दी। टैटू कलाकार की पहचान पियोटर ए के नाम से हुई है और इस लापरवाही के बाद उसे 3 साल जेल की सजा हुई है। उसने ऐसी स्किन इंक का इस्तेमाल आंखों पर किया जिसे आंखों के संपर्क में न आने की सलाह दी जाती है।
आंख को हुआ बड़ा नुकसान, खो रही उम्मीद: डॉक्टरों को अब मॉडल की आंखों में सुधार की ज्यादा उम्मीद नहीं है क्योंकि स्किन इंक आंख में मांसपेशियों की गहराई तक पहुंच गई है। इससे पहले आंख की रोशनी वापस लाने की तीन कोशिशें की जा चुकी हैं। मॉडल को डर है कि वह जल्द ही पूरी तरह से अंधी होने जा रही है।