'मिसेज श्रीलंका' प्रतियोगिता में सरेआम बेइज्जती, लाइव कार्यक्रम में विजेता के सिर से ताज छीना, Video

पुष्पिका डिसिल्वा को 'मिसेज श्रीलंका' के खिताब से नवाजा गया। इस घोषणा के बाद मंच पर उन्हें रनरअप के साथ विजेता का ताज पहनाया गया। इसके बाद मंच पर 2019 की विजेता कैरोलिन जूरी वहां आईं।

Mrs. Sri Lanka beauty pageant winner stripped of her new crown
श्रीलंका : लाइक कार्यक्रम में विजेता के सिर से ताज छीना।  |  तस्वीर साभार: Twitter

कोलंबो : 'मिसेज श्रीलंका' सौंदर्य प्रतियोगिता के दौरान उस समय हैरान करने वाली घटना हुई जब 2019 की विनर ने सरेआम इस स्पर्धा की विजेता के सिर से ताज छीनकर रनरअप को पहना दिया। सिर से ताज उतारे जाने के दौरान विजेता पुष्पिका डिसिल्वा के सिर में चोटें आईं जिसके बाद उन्हें अस्पताल जाना पड़ा। रविवार को हुए लाइव समारोह के दौरान मंच पर हुई इस घटना ने वहां मौजूद सभी लोगों को हैरान कर दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। 

2019 की विजेता ने ताज छीना
दरअसल, पुष्पिका डिसिल्वा को 'मिसेज श्रीलंका' के खिताब से नवाजा गया। इस घोषणा के बाद मंच पर उन्हें रनरअप के साथ विजेता का ताज पहनाया गया। इसके बाद मंच पर 2019 की विजेता कैरोलिन जूरी वहां आईं और उन्होंने डिसिल्वा के सिर से ताज उतार लिया। जूरी ने कहा कि डिसिल्वा एक तलाकशुदा महिला हैं। उन्हें प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया जाना गलत है। जूरी ने डिसिल्वा के सिर से जब ताज उतारा तो उनके बाल खिंच गए। इसके बाद डिसिल्वा रोते हुए मंच से उतर गईं। 

ताज रनरअप को पहनाया
जूरी ने वहां मौजूद लोगों को बताया, 'प्रतियोगिता के नियम के मुताबिक तलाकशुदा महिलाएं इस स्पर्धा में हिस्सा नहीं ले सकतीं। इसलिए इस खिताब पर उनका अधिकार नहीं है। इसलिए इस ताज पर अधिकार दूसरे स्थान पर आई महिला का बनता है।' सौंदर्य प्रतियोगिता के आयोजकों ने जब जूरी के दावे की जांच की तो पाया कि डिसिल्वा ने अभी तलाक नहीं लिया है। इसके बाद आयोजकों ने डिसिल्वा से माफी मांगी। 

कानूनी कार्रवाई करने वाली हैं डिसिल्वा
डिसिल्वा अपने पति से अलग रह रही हैं लेकिन उन्होंने अभी तलाक नहीं लिया है। मंच पर अपने साथ हुई इस 'बेइज्जती' को लेकर वह कानूनी कार्रवाई करने वाली हैं। अपने फेसबुक पोस्ट पर उन्होंने बताया कि घटना के बाद वह अस्पताल गईं और अपने घाव को डॉक्टरों से दिखाया। उन्होंने लिखा, 'मेरा अभी भी तलाक नहीं हुआ है। सच्ची मायने में एक क्वीन वह नहीं होती है जो किसी महिला के सिर से ताज उतारे बल्कि सच्ची क्वीन वह होती है जो चुपचाप दूसरी महिला के सिर पर ताज रख दे।'

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