नई दिल्ली: दिल्ली के महरौली में एक किराने की दुकान पर जमा भीड़ उस समय चौंक गई जब आसमान से तेज आवाज में घोषणा की गई कि वो सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर रहे हैं। दरअसल, दक्षिण दिल्ली में पुलिस लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालो पर ड्रोन के जरिए कड़ी निगाह बनाए हुए हैं। पुलिस इसे 'आकाशवाणी ड्रोन' कहती है। इसका इस्तेमाल उन जगहों पर किया जा रहा है जहां पुलिस मौजूद नहीं है। लोगों को सतर्क करने के लिए ड्रोन में लाउडस्पीकर लगा हुआ है। पुलिस 5 किलोमीटर की दूरी से लोगों को चेतावनी और दिशानिर्देश दे सकती है।
कालोनियों पर कड़ी नजर रख
पुलिस को कोरोन वायरस के चलते लोगों से सीधे संपर्क में आने से बचने के लिए कहा गया है। जिसके बाद पुलिस ड्रोन के माधम्य से कालोनियों में कड़ी नजर रख रही है। ड्रोन सिस्टम का इस महीने की शुरुआत में मध्य दिल्ली में परीक्षण किया गया था। यह ड्रोन दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में कोई हस्तक्षेप किए बिना भीड़भाड़ वाली गलियों में उड़ सकता है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, डीसीपी (दक्षिण) अतुल ठाकुर ने कहा कि ड्रोन में 500 ग्राम तक का भार उठाने की क्षमता है।'
उन्होंने कहा कि हमने पब्लिक को संबंधोत करने के लिए ड्रोन में एक छोटा लाउडस्पीकर फिट किया गया है जिसे दूर से नियंत्रित किया जा सकता है। हम लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों को चेतावनी देने के लिए ड्रोन का उपयोग करते हैं। यह लोगों के बीच बड़ा प्रभाव डाल रहा है। बता दें कि ड्रोन आमतौर पर एक ऑपरेटर द्वारा संचालित किया जाता है जो पुलिस बाइक पर पीछे की सीट पर बैठा होता है। अगर किसी को लॉकडाउन आदेश का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो कार्रवाई की जाती है।
पुलिस की और ड्रोन खरीदने की योजना
डीसीपी (सेंट्रल) संजय भाटिया ने कहा कि यह डिवाइस विशेष रूप से फ्लैग मार्च आयोजित करने या सभाओं पर नजर रखने के लिए एक है। जब तक हमारी टीम किसी स्थान पर पहुंचती है, तब तक ड्रोन अपना काम काफी हद तक कर चुका होता है। गौरतलब है कि पुलिस शहर के अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में गश्त के लिए इसी तरह के आकाशवाणी ड्रोन खरीदने की योजना बना रही है।