नई दिल्ली : मां की जगह कोई नहीं ले सकता है। बात जहां अपने बच्चों की आती है फिर मां अपने सारे दुख दर्द भुला कर उसकी खुशी के लिए उसकी इच्छा के लिए हर कुछ कर गुजरने को राजी हो जाती है। एक ऐसी ही मां की बेहद भावुक कर देने वाली कहानी छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से सामने आ रही है। इस मां ने अपने जवान बेटे की अंतिम इच्छी पूरी करने के लिए उसके शव के सामने उसकी पसंद का गीत गाया।
दरअसल उनका बेटा हृदय रोग से कई दिनों से पीड़ित था जिसका 2 नवंबर शनिवार को अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। बेटे की शुरू से इच्छा थी कि अगर वह मर जाए तो उसकी अंतिम इच्छा के तौर पर उसके सामने उसका मनपसंद लोकगीत बजाया जाए। बेटे के निधन के गम में डूबी मां ने अपने आंसुओं की परवाह किए बिना बेटे की अर्थी के सामने उसकी पसंद का लोकगीत खुद गाकर सुनाया।
उसका बेटा भी एक लोक कलाकार था, उसका मनपसंद लोकगीत था चोली माटी के राम.. जिसे उसकी मां ने उसके सामने गाया। 30 वर्षीय सूरज एक रंगकर्मी और संगीतकार था जिसे जीवन की कड़ी सच्चाई पर आधारित गाना चोली माटी के राम.. बेहद पसंद था।
बताया जाता है कि सूरज की मां भी एक छत्तीसगढ़ की एक सुप्रसिद्ध लोक कलाकार है जो कई बार मंच पर ये गाना गा चुकी है। जब अपने बेटे की अर्थी के सामने उन्होंने ये गाना गाया तो वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें भर आई। इस दौरान सूरज के साथियों ने हारमोनियम पर उसकी मां का साथ भी दिया। सूरज की मां का मानना है कि ये उसके बेटे के लिए एक सही श्रद्धांजलि होगी।
उनकी मां का गाया हुआ ये लोकगीत का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है जिसपर लोग उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं।