कराची : प्रधानमंत्री इमराख खान के 'नए पाकिस्तान' में हमेश कुछ न कुछ ऐसा होता है जिससे उनकी किरकिरी और जगहंसाई हो जाती है। अब सिंध असेंबली में मारपीट की ऐसी घटना सामने आई है जिससे पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) की अनुशासनहीनता पर लोग सवाल करने लगे हैं। असेंबली में पीटीआई के सांसदों ने अपने ही एमपीए असलम आब्रो, शहरयार शार और करीब बख्श गाबोल को गिरा-गिराकर पीटा।
नोकझोंक के बाद मारपीट तक पहुंचा मामला
दरअसल, इन नेताओं ने कहा था कि वे अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट नहीं करेंगे। सदन में इस बात को लेकर मंगलवार को काफी हंगामा हुआ और जब हालात बातचीत से नहीं सुधरे तो पीटीआई के सांसदों ने अपने ही नेताओं पर हमला कर दिया। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सदन में हंगामा और मारपीट इतनी बढ़ गई कि पीपीपी की नेता शर्मिला फारूकी डर गईं।
पीपीपी की महिला नेता सुरक्षाकर्मियों को बुलाया
फारूकी सदन से दौड़ लगाकर सुरक्षाबलों के पास गईं और मारपीट की इस घटना के बारे में उन्हें बताया। सदन से दौड़ लगाते शर्मिला का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। इस घटना का एक वीडियो शेयर करते हुए फारूकी ने लिखा कि इस मारपीट में उन्हें चोट नहीं आई लेकिन सांसदों को पीटे जाने से बचाने के लिए उन्हें सुरक्षाकर्मियों तक दौड़ लगानी पड़ी।
पीपीपी के नेताओं ने बीच-बचाव की कोशिश की
सदन में मारपीट से पीटीआई के सदस्यों को दूर करने के लिए पीपीपी के सदस्यों ने हस्तक्षेप और बीचबचाव की कोशिश की लेकिन पीटीआई के नेता इतने आक्रोशित थे कि उन्होंने किसी की बात नहीं सुनी और अपने ही पार्टी के नेताओं को बेरहमी से पीटा। सिंध असेंबली की इस घटना की पूरे पाकिस्तान में निंदा हो रही है।