नई दिल्ली : भारत सरकार ने एक बार फिर से 118 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगाकर चीन के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की है। इसी लिस्ट में पबजी का नाम भी शामिल है। पबजी के अलावा इस लिस्ट में Game of Sultans, Applock, CamOCR and VPN for TikTok जैसे नाम भी शामिल है। जैसे ही भारत सरकार ने पबजी बैन करने का फैसला लिया ये ट्विटर पर टॉप ट्रेंड करने लगा।
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इस पर जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। आपको बता दें कि पबजी एक ऑनलाइन वीडियो गेम है जिसके भारत में लाखों दीवाने हैं। इसके बैन होने के बाद लोगों ने अलग-अलग तरीके से अपनी प्रतिक्रियाएं दी। सोशल मीडिया पर इसी से जुड़े कई तरह के फनी मीम्स वायरल हो रहे हैं।
यह भारतीय अभिभावकों के लिए एक बेहतर खबर साबित हुई है, क्योंकि वह महीनों से इसी तरह के फैसले का इंतजार कर रहे थे। वहीं बच्चे व युवा इस खबर को सुनकर हैरान होने के साथ ही मायूस भी हैं।
जहां कुछ अभिभावकों ने अपने बच्चों की पढ़ाई को प्रभावित करने वाले बेहद लोकप्रिय वीडियो गेम के बारे में शिकायत की, वहीं कई परिजनों ने कहा कि उनके बच्चे इस खेल के आदी हो चुके हैं। यही नहीं ऐसी भी खबरें सामने आई थी कि बच्चों में इस गेम के प्रति इतना आकर्षण था कि उन्हें इसकी लत गई, जिससे अभिभावकों और शिक्षकों की उनके मानसिक स्वास्थ्य के बारे में चिंता बढ़ गई।
भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए लिविक, वीचैट वर्क और वीचैट रीडिंग, ऐपलॉक, कैरम फ्रेंड्स जैसे मोबाइल ऐप्स पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। इससे पहले भारत ने लघु वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक समेत कई चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह कार्रवाई पूर्वी लद्दाख के पैंगॉन्ग त्सो में भारतीय क्षेत्र में चीनी घुसपैठ की ताजा कोशिशों के बाद हुई है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'यह कदम करोड़ों भारतीय मोबाइल और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के हितों की रक्षा करेगा। यह निर्णय भारतीय साइबरस्पेस की सुरक्षा एवं संप्रभुता सुनिश्चित करने के लिए एक लक्षित कदम है।'
पबजी गेम फिलहाल वैश्विक स्तर पर 60 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। इस गेम को खेलने वाले पांच करोड़ सक्रिय (एक्टिव) यूजर्स हैं। इसमें चीन के यूजर्स शामिल नहीं हैं, जहां इस गेम के रीब्रांडेड वर्जन को गेम फॉर पीस कहा जा रहा है।