मुंबई के वांगनी स्टेशन से सामने आया है जहां एक छोटा बच्चा पटरी पर गिर जाता है और तभी वहां एक तेज रफ्तार ट्रेन आती दिखती है।ये देखकर वहां लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं लेकिन कोई भी उस मासूम की मदद करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है क्योंकि सामने से बेहद तेज रफ्तार ट्रेन आती दिख रही थी।
ऐसे में अपनी जान की परवाह ना करते हुए एक रेल कर्मी ने पलक झपकते ही उस बच्चे को बचा लिया हालांकि ऐसा करते हुए उसकी खुद की जान भी जा सकती थी उस कर्मी का नाम मयूर शेलके (Mayur Shelke)है, उसके इस काम की सभी लोग बेहद तारीफ कर रहे हैं।
शेलके के इस साहस भरे कार्य पर रेलवे को भी नाज है और वो सबकी नजरों में हीरो हैं उसके विभाग के लोगों ने ही उसका सम्मान किया वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी उसकी ट्वीट कर प्रशंसा की है।
मध्य रेलवे ने इस रेल कर्मी के जज्बे की तारीफ की है जिसने इस बच्चे की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी उन्होंने कहा-हम उनके अनुकरणीय साहस और कर्तव्य के प्रति अत्यंत समर्पण को सलाम करते हैं।
शेलके ने बताया कि ड्यूटी पर थे बच्चे को देखा और दौड़ पड़े बच्चे को ऊपर किया और जैसे तैसे चंद सेकेंड में खुद प्लेटफार्म तक आ सके क्योंकि ठीक उसी वक्त तेज रफ्तार ट्रेन महाराष्ट्र के वांगनी स्टेशन से गुजर रही थी। शेलके ने कहा बच्चे को देखा तो झिझका लेकिन फिर दौड़ पड़ा, शेलके ने अपनी जान की बाजी न लगाई होती तो शायद बच्चा आज हम लोगों के सामने जिंदा ना होता।