Kerala Teenager Result: छात्र-छात्राओं के लिए वैसे तो हर परीक्षा महत्वपूर्ण मानी जाती है, लेकिन 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा उनकी जीवन की सबसे अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह परीक्षा हर इंसान के जीवन में सबसे अहम मानी जाती है। इसमें फेल और पास होने पर छात्र के जीवन में ऐसा प्रभाव पड़ता है, जो उसके करियर को कहीं न कहीं निर्धारित करती है। 10वीं और 12वीं की परीक्षा के बाद ही स्टूडेंट अपने करियर को सही दिशा दे पाते हैं। इन परीक्षाओं के परिणाम के प्रति छात्र के साथ-साथ मां-बाप भी चिंतित रहते हैं।
आपने अक्सर देखा होगा कि जो बच्चे पढ़ने में कमजोर होते हैं। इन परीक्षाओं के बाद परिवार के लोगों के साथ आस-पड़ोस के लोग भी उन्हें फेल होने के ताने देते रहते हैं। इन दिनों एक छात्र से जुड़ी ऐसी ही एक खबर सामने आ रही है। इस छात्र को भी घर-परिवार के लोग और रिश्तेदार पढ़ाई में कमजोर मानते थे। इन लोगों को लगता था कि वह 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में पास नहीं हो पाएगा। इस कारण आस-पड़ोस के लोग और रिश्तेदार उसे ताने देते थे। केरल के रहने वाले जिष्णु (Jishnu) को परीक्षा परिणाम आने के पहले कई दिनों तक इन तानों को सहना पड़ा।
हालांकि जब परीक्षा का परिणाम आया तो सबकुछ बदल चुका था। जिष्णु ने जब परीक्षा परिणाम चेक किया तो पाया कि उसने परीक्षा पास कर ली है। फिर क्या था, जिष्णु ने पूरे शहर में अपने आपको बधाई देने वाले पोस्टर लगवा दिए। जिष्णु ने खुद को ताना मारने वाले लोगों के मुंह इस तरह से बंद कर दिए। अपने रिजल्ट का फ्लेक्स छपवाकर उसने शहर के प्रमुख जगहों पर लगवा दिया। जिससे कि सबको पता चल सके कि उसने परीक्षा पास कर ली है। इसे उपलब्धि बताते हुए जिष्णु ने अपने आपको इन पोस्टर्स में बधाई भी दी।
जिष्णु ने कोडुमों अंगडीकल रोड पर इन पोस्टर्स को लगवाया। इसमें उनसे लिखा, 'कुछ लोगों के लिए इतिहास रास्ता बनाती है। मैं खुद को SSLC परीक्षा पास करने के लिए बधाई देता हूं।' इसके साथ जिष्णु ने अपनी एक चश्मे वाली तस्वीर भी लगाई। जब उसने यह पोस्टर लगवा दिए तो वह पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया। यहां तक कि केरल के शिक्षा मंत्री ने भी अपने फेसबुक पेज पर उसके पोस्टर वाली तस्वीर शेयर कर दी। इसके साथ उन्होंने जिष्णु को आगे और सफल होने की शुभकामना भी दी।