Social media reactions and trends on Ram mandir bhoomi pujan: अयोध्या में भव्य राम मंदिर के भूमि पूजन का उल्लास पूरे विश्व में देखा जा रहा है। आखिरकार पांच सदी के संघर्ष का अंत हो रहा है और प्रभु राम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनने जा रहा है। यह ऐसा पल है जिसका इंतजार बरसों से था। इस संघर्ष में ना जाने कितने ही रामभक्तों ने बलिदान दिए थे और आज उन सभी का बलिदान सार्थक हो गया है।
इस पुनीत अवसर पर अयोध्या नगरी सज गई है। देशभर में दीवाली जैसा उत्सव है और सोशल मीडिया पर राम भक्त 'जय श्री राम' और 'पधारो राम अयोध्या धाम' लिखकर खुशी मना रहे हैं। ट्विटर पर यूजर आलोक तिवारी ने कई बार 'जय श्री राम' का नारा लिखकर ट्वीट किया- आज के इस ऐतिहासिक दिन पर हर रामभक्त के घर मे साक्षात अयोध्याधाम का वास दिखाई देना चाहिए।
डॉ. उदिता त्यागी ने ट्वीट कर लिखा- शुभ दिन आयो रे... जय श्री राम। उन्होंने लिखा- हर्ष, उल्लास, भजन-कीर्तन, सुख-समृद्धि और संस्कृति का ऐसा पावन दिन है आज जो इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाएगा।
डॉ. ऋचा राजपूत ने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा- आख़िर वो तारीख़ आ गयी आप सभी को राम निर्माण की हार्दिक शुभकामनाएँ ! आओ हम सब मिलकर दीप जलाए और एक भव्य दीवाली मनाएं। #पधारो_राम_अयोध्या_धाम
दिव्या चौहान ने लिखा- उत्तर प्रदेश की पावन भूमि अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम जी के भव्य मन्दिर निर्माण की बहुप्रतीक्षित अभिलाषा को पूर्ण करने हेतु पावन धरा पर पधार रहे देश के यशस्वी प्रधानमन्त्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी का बहुत स्वागत। यूजर प्रखर सिंह ने लिखा- चप्पा चप्पा भर जाएगा श्रीराम के दीवानों से, सारा देश गूंज उठेगा, जय सियाराम के जयकारों से।
अपूर्वा सिंह ने रामचरित मानस की चौपाई पोस्ट करते हुए खुशी जताई है। उन्होंने लिखा- मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवहु सुदसरथ अचर बिहारी! राम सिया राम सिया राम जय जय राम...
राजीव आर मिश्रा लिखते हैं- श्री राम जन्मस्थान मंदिर का संघर्ष विश्व इतिहास के सबसे महान और प्रचलित संघर्षों में अद्वितीय है। 1528 के बाद से इस निरंतर संघर्ष के दौरान लाखों रामभक्तों ने बलिदान दिया है।
जफर इरशाद लिखते हैं- उप्र में रहने वालों के लिए आज बहुत शुभ और ख़ुशी का दिन हैं,अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का भूमि पूजन हैं! नरेंद्र मोदी जी इस शुभ कार्य के लिए आ रहे हैं,स्वागत है आपका.भगवान राम का मंदिर अयोध्या में नहीं बनता तो कहाँ बनता? गर्व हैं कि उप्र में रहते हैं।
यतींद्र मिश्र ने लिखा- तुलसीदास के समन्वयकारी लोकनायक, कबीर के लिए सुरत-निरत जगाने वाले निरंजन, भवभूति के करुणा-सहोदर राजाधिराज,मीराबाई को नाम रतन धन रूप में मिलने वाले,गाँधी जी के रघुपति राघव, और अयोध्या के अधिपति सत्यसन्ध श्री रघुवीर की नैतिक, उदार और मानवीय छवि आपके मन-मंदिर में बिराजे!